एयर डिफेंस थियेटर कमान की तैयारियां तेज, अगले साल रूसी एस-400 मिसाइल सिस्टम से लैस होगी वायुसेना
नई दिल्ली। एयर डिफेंस थियेटर कमान के गठन की तैयारियां तेज कर दी हैं। यह कमान तीनों सेनाओं की संपत्तियों और देश को हवाई हमले से बचाने का कार्य करेगी। अभी वायु सुरक्षा को लेकर थल, जल और वायुसेना के अलग-अलग इंतजाम हैं। जिन्हें एयर डिफेंस कमान में मर्ज कर दिया जाएगा और एयर डिफेंस कमान पूरी तरह से वायुसेना को सौंप दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार मेरीटाइम थियेटर कमान के बाद सबसे ज्यादा तेजी से एयर डिफेंस कमान के गठन का कार्य तेजी पर चल रहा है। सूत्रों ने कहा कि इस साल पहले मेरीटाइम कमान और फिर एयर डिफेंस कमान कार्य करना शुरू कर देगी। एयर डिफेंस कमान से देश की वायु सुरक्षा पुख्ता होगी और किसी भी प्रकार अतिक्रमण की स्थिति में यह कमान तुंरत कार्रवाई करेगी।
अगले वर्ष में वायुसेना को रूस से अत्याधुनिक एस-400 मिसाइल सिस्टम भी मिल जाएगा, जिससे एयर डिफेंस थियेटर कमान की ताकत में इजाफा होगा। एयर डिफेंस कमान की जिम्मेदारी सिर्फ भारतीय सीमाओं तक ही सीमित नहीं होगी बल्कि यह भारतीय समुद्र में भी सुरक्षा प्रदान करेगी। अभी तक यह कार्य नौसेना खुद करती है।
सूत्रों के अनुसार एयर डिफेंस थियेटर कमान का मुख्यालय उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद में बनाया जा सकता है। जबकि उत्तरी थियेटर कमान का मुख्यालय लखनऊ में बनाने की योजना है। उत्तरी थियेटर कमान का जिम्मा चीन सीमा की सुरक्षा का होगा। पाकिस्तान सीमा के लिए पश्चिमी थियेटर कमान बनेगी। जिसका मुख्यालय जयपुर में हो सकता है। जबकि मेरीटाइम थियेटर कमान का मुख्यालय कर्नाटक के कारवार में होगा।
थियेटर कमानों के गठन के पीछे सरकार का तर्क है कि इससे सेनाओं की मारक क्षमता एवं त्वरित कार्रवाई की क्षमता तेज होगी। साथ ही संसाधनों का बेहतर इस्तेमाल हो सकेगा।