इस गांव में सालों से चल रही दो गुटों में रंजिश, 5 कीहत्या ,दर्जनों को जेल
भिवानी. हरियाणा के भिवानी जिले के बडेसरा गांव में सरपंच की फर्ज़ी डिग्री मामले के बाद शुरू हुआ खूनी खेल चार सालों से जारी है. इस खूनी खेल में पांच लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है. शनिवार को फिर हत्याकांड के एक गवाह पर पुलिस सुरक्षा के दौरान गांव में चार युवकों ने ताबड़तोड़ गोलियां मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया.
बता दें कि करीब चार साल पहले बडेसरा गांव में एक व्यक्ति ने सरपंच सुदेश की 10वीं कक्षा की मार्कशीट को लेकर आरटीआई लगाई थी, जिसमें मार्कशीट फर्ज़ी मिलने पर सुदेश सरपंच की जेल हो गई. इसके बाद सरपंच सुदेश के पति आनंद उर्फ बबलू व आरटीआई लगाने वाले गुटों में ऐसा खूनी संघर्ष हुआ कि 7 जुलाई 2017 को बलजीत की हत्या, 10 दिन बाद बलजीत के पिता की हत्या से लेकर अब तक आरटीआई गुट के चार व सरपंच पक्ष के एक व्यक्ति सहित पांच लोगों के मर्डर हो चुके हैं.
इसी मामले में गवाह और आरटीआई पक्ष के 45 वर्षीय राजकुमार पर देर शाम गांव में ही दोनों बाइक सवार चार युवकों ने दनादन गोली दाग दी. जिस समय राजकुमार पर गोलियां चलाई गई, तब पुलिस कर्मचारी भी उसकी सुरक्षा में मौजूद थे. आनन फ़ानन में गंभीर रूप से घायल राजकुमार को भिवानी चौधरी बंसीलाल नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया.
अस्पताल में घायल राजकुमार के बयान लेने डीएसपी हेडक्वाटर वीरेन्द्र सिंह पहुंचे, लेकिन राजकुमार की हालत गंभीर होने के चलते बयान नहीं हो पाए. राजकुमार की सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मियों से पुछताछ के आधार पर डीएसपी वीरेन्द्र सिंह ने बताया कि दो बाइक पर सवार होकर आए चार युवकों ने गोलियां मारी हैं. जो महम के भैणी गाँव की तरफ़ भाग गए.
डीएसपी ने बताया कि चार साल से चल रहे इस विवाद में दोनों पक्षों के पांच लोग मारे जा चुके हैं. उन्होंने बताया कि एक्सरे व सीटी स्कैन के बाद ही पता चलेगा कि राजकुमार को कितनी गोलियां लगी हैं या सिर्फ छर्रे लगे हैं. बता दे कि सरपंच की फर्ज़ी डिग्री मामले में पांच लोगों की हत्या हो चुकी है, कई लोग घायल हो चुके हैं और दर्जनों लोग जेल में बंद हैं. बावजूद इसके ये खूनी संघर्ष सालों बाद भी रुकने का नाम नहीं ले रहा.