इमरजेंसी फंड जानें कितना और कैसे करें तैयार?
इमरजेंसी फंड: अचानक आई परेशानी में पैसों का इंतजाम करना बहुत मुश्किल होता है. ऐसे समय में आप भविष्य के लिए तैयार कर रहे फंड का इस्तमाल करके मुश्किल वक्त से तो निकल जाते हैं, लेकिन जिन कामों के लिए आपने निवेश किया था, उनका प्लान चौपट हो जाता है. अगर आपने इमरजेंसी फंड बनाया हुआ है तो मुश्किल वक्त से भी आसानी से निकल सकते हैं और आपने फ्यूचर इंवेस्टमेंट भी बने रहेंगे. इसलिए आपको तमाम बचत और निवेश के साथ-साथ ऐसी व्यवस्था भी करनी चाहिए जिससे कि आप किसी बीमारी या दुर्घटना, कारोबार में घाटा या अन्य तरीके से आमदनी खत्म होने की स्थिति में आसानी निकला जा सके.
जैसे आप भविष्य के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करते हैं और उसी तरह इमरजेंसी फंड भी बनाना चाहिए. अब सवाल आता है कि इमरजेंसी फंड कितना होना चाहिए और इसे कैसे तैयार करना चाहिए. इसके लिए मार्केट एक्सपर्ट कहते हैं कि आप सामान्य दिनों में जिस तरह अपना कमाई का कुछ हिस्सा निकालकर भविष्य की योजनाओं में निवेश करते हैं, उसी प्रकार कमाई का कुछ हिस्सा इमरजेंसी के लिए भी जमा कर रखना चाहिए.
इमरजेंसी फंड तैयार करते समय ध्यान रखें कि इस फंड को किसी और जरूरत के लिए इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. विशेषज्ञ मानकर चलते हैं कि कोई भी मुसीबत 6 महीने से ज्यादा की नहीं होती है. या तो इन दिनों में बुरा वक्त चला जाता है या फिर इनसान इससे उबरने का रास्ता तलाश लेता है.
इमरजेंसी फंड मासिक वेतन का कम से कम 6 गुना होना चाहिए. आपको अपनी 6 महीने की कमाई को इमरजेंसी फंड के लिए बचाकर रखना चाहिए. अगर आप 50 हजार रुपये महीना कमाते हैं तो आपके पास कम से कम 3 लाख रुपये का इमरजेंसी फंड होना चाहिए. यह फंड आपकी बचत और निवेश से अलग होना चाहिए.
इमरजेंसी फंड को ऐसे ऑप्शन में निवेश करना चाहिए जहां से इसे आप आसानी से निकाल सकें. इमरजेंसी फंड नकदी के रूप या सेविंग बैंक अकाउंट के रूप में हो सकता है. इमरजेंसी फंड को आप लिक्विड म्युचुअल फंड में भी रख सकते हैं. लिक्विड म्युचुअल फंड में सिर्फ मनी मार्केट सिक्योरिटीज में निवेश किया जाता है. इस वजह से इनमें जोखिम बहुत कम होता है. फिक्स डिपॉजिटया रेकरिंग डिपाजिट में भी आप इमरजेंसी फंड बना सकते हैं.
आप अपने इमरजेंसी फंड को तीन हिस्सों में बांट कर रख सकते हैं. यह अल्ट्रा शॉर्ट टर्म, शॉर्ट टर्म और मिडियम टर्म में बंटा हो सकता है. डेट फंड में भी निवेश कर सकते हैं. फिक्स डिपॉजिट या रेकरिंग डिपाजिट जैसी योजनाओं में भी आप इमरजेंसी फंड जमा कर सकते हैं.
इमरजेंसी फंड के लिए केवल एक बार पैसा जमा करके रखना काफी नहीं है. क्योंकि मंहगाई लगातार बढ़ रही है. इसलिए आपने जो इमरजेंसी फंड तैयार किया है उसमें समय के अनुसार बढ़ोतरी करते रहें.