आलोकनाथ पर विनिता नंदा ने यौन शोषण के लगाए आरोप ‘संस्कारी बाबूजी’,

मुंबईः संस्कारी बाबूजी आलोक नाथ आज अपना 65वां जन्मदिन मना रहे हैं. उनका जन्म 10 जुलाई 1956 में बिहार के खगड़िया में हुआ था. टीवी से लेकर फिल्मों तक में ‘संस्कारी बाबू जी’ का किरादर निभा कर घर-घर में पहचान हासिल करने वाले आलोक नाथ का आज जन्मदिन है. लेकिन, आज अपनी मेहनत के दम पर आलोक नाथ हर घर में पहचाने जाते हैं. टीवी से लेकर फिल्मों तक में अपनी अदाकारी से खूब इज्जत भी हासिल की. खगड़िया से निकलकर आलोक नाथ ने मुंबई की ओर रुख किया और 1982 में आई फिल्म ‘गांधी’ से अपने करियर की शुरूआत की थी.
इसके बाद आलोक नाथ कभी नहीं रुके, वह एक-एक कर कई फिल्मों में नजर आए. सारांश से लेकर मशाल जैसी फिल्मों में नजर आए आलोक नाथ की मनोरंजन जगत में जर्नी काफी शानदार रही. लेकिन, अचानक ही उनकी छवि पर तब आंच आ गई, जब 2018 में इंडस्ट्री की एक्ट्रेसेस ने उन पर अपने साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगाए. प्रोड्यूसर-राइटर विनिता नंदा ने तो आलोक नाथ पर रेप का आरोप भी लगाया था.
मीटू मूवेंट के दौरान विनिता नंदा ने आलोक नाथ पर उन्हें जबरन शराब पिलाने और फिर उनके साथ यौन शोषण करने के आरोप लगाए थे. जिसके बाद एक-एक कर इंडस्ट्री की कई महिलाओं ने अलोक नाथ को लेकर अपने गलत अनुभव शेयर किये. इसके अलावा एक्ट्रेस दीपिका अमीन ने भी उन पर आरोप लगाया था कि एक्टर पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. जिसके बाद मशहूर एक्ट्रेस रेणुका शहाणे ने भी दीपिका का समर्थन किया था.
जिससे आलोकनाथ की संस्कारी बाबूजी वाली इमेज कटघरे में आकर खड़ी हो गई. खुद पर लगे यौन शोषण के आरोपों के बाद आलोकनाथ को कई प्रोजेक्ट्स से हाथ धोना पड़ा. आलोक नाथ की पर्सनल लाइफ अक्सर विवादों से घिरी रही. उन्होंने 1987 में सीरियल बुनियाद की प्रोडक्शन असिस्टेंट आशु सिंह से शादी की. लेकिन, शादी से पहले उनके अफेयर की खबरें भी छाई रहीं. अनीता कंवर और नीना गुप्ता संग आलोक नाथ की सगाई भी हुई, लेकिन दोनों से ही उनकी सगाई टूट गई.
आलोकनाथ ने अपने फिल्मी करियर के दौरान आपके हैं कौन, मैंने प्यार क्यों किया, हम साथ-साथ हैं सहित कई फिल्मों में संस्कारी पिता का किरदार निभाया. जिसके चलते कई लोग उन्हें ‘संस्कारी पिताजी’ के नाम से भी बुलाते हैं. दिवगंत एक्ट्रेस रीमा लागू के साथ आलोक नाथ की जोड़ी को काफी पसंद किया जाता था. रीमा लागू ने जहां फिल्मों की फेवरेट मां के रूप में पहचान हासिल की तो वहीं आलोक नाथ ने ‘बाबूजी’ के रूप में.