आजमगढ़ में जहरीली शराब से पांच लोगों की मौत,41 की हालत गंभीर
आजमगढ़. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावके दौरान आजमगढ़ में जहरीली शराब पीने के बाद पांच लोगों की मौत से हड़कंप मच गया है. वहीं, इस वक्त 41 लोग कई अस्पतालों में भर्ती हैं, जिनमें से 2 से 3 मरीजों की गंभीर हालत है. यह मामला आजमगढ़के अहरौला थाना क्षेत्र के माहुल कस्बे का है. वहीं, इस घटना में सपा के दिग्गज नेता बाहुबली रमाकांत यादव का कनेक्शन भी सामने आया है.
आजमगढ़ के कमिश्नर विश्वास पंत ने कहा कि कथित रूप से जहरीली शराब पीने से कई लोगों की मौत हुई. इस वक्त 41 लोग अस्पताल में भर्ती हैं. 2-3 मरीज गंभीर हालत में हैं और गंभीर मरीजों की डायलिसिस शुरू कर दी गई है. साथ ही कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.
बहरहाल, रविवार को जिस सरकारी ठेके से लोगों ने देसी शराब खरीदी थी उसका मालिक रंजेश यादव है. ग्रामीणों के मुताबिक, आरोपी समाजवादी पार्टी के बाहुबली रमाकांत यादव को नाना कहता है. दरअसल सरकारी ठेके का अनुज्ञापी रंगेश यादव सपा के बाहुबली नेता की बहन की बेटी का बेटा है. इस बार सपा ने बाहुबली रमाकांत यादव को फूलपुर पवई से अपना प्रत्याशी बनाया है. यही नहीं, ग्रामीण खुलेआम इस घटना का आरोप रमाकांत यादव पर लगा रहे हैं. इसके अलावा वह प्रदर्शन भी कर रहे हैं.
जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी ने लिखा चुनाव आयोग को पत्र
वहीं, आजमगढ़ शराबकांड को लेकर जिलाधिकारी अमृत त्रिपाठी और पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा हैं. वहीं, इस मामले में अहरौला थाना प्रभारी संजय सिंह के साथ चौकी इंचार्ज माहुल और बीट कांस्टेबल लापरवाही सामने आयी है. इसके अलावा आबकारी विभाग पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं.
वैसे इस घटना की सूचना के बाद आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य फोर्स के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे थे. इसके बाद जिन लोगों की तबीयत खराब थी उनको अस्पताल भिजवाया गया था. इसके साथ पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई की जाएगी. इससे पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की गयी थी. साथ ही बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि यह शराब रंगेश यादव के ठेके से खरीदी गयी थी.
जानकारी के मुताबिक, जहरीली शराब पीने के बाद देर रात लोगों की तबीयत खराब होने की बात चली. इसके बाद लोग रातभर तबीयत खराब होने वालों को अस्पताल ले जाते रहे. मृतकों के परिजनों के मुताबिक, सभी लोगों ने माहुल कस्बे की ही एक देसी शराब की दुकान से शराब खरीदकर पी थी, लेकिन इसके बाद लोगों की तबीयत खराब होने लगी. इसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन पांच लोगों ने दम तोड़ दिया है. ग्रामीणों के मुताबिक, अब तक दस से अधिक लोगों की मौत हो चकी है. जबकि मृतकों के परिवार में मातम पसरा हुआ है. मृतकों के परिजनों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही से जहरीली शराब की क्षेत्र में बिकी हो रही है. प्रशासन को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.