आखिरकार कोवैक्सीन को डब्लूएचओ की मंजूरी

: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत में बनी कोविड-19 वैक्सीन को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी है। डब्लूएचओ की टेक्निकल कमेटी ने बुधवार को भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग सूची में शामिल करने के मुद्दे पर बैठक की, जिसमें ये फैसला लिया गया। इससे पहले ये कमेटी दो बार कोवैक्सिन बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक से स्पष्टीकरण मांग चुकी है। बीते सप्ताह विश्व स्वास्थ्य संगठन के तकनीकी सलाहकार समूह ने भारत के स्वदेशी कोविड-रोधी टीके ‘कोवैक्सीन’ को आपातकालीन उपयोग की सूची में शामिल करने के लिए अंतिम ”लाभ-जोखिम मूल्यांकन” करने के लिए ”अतिरिक्त स्पष्टीकरण” मांगा था। भारत बायोटेक द्वारा इसे उपलब्ध कराये जाने के बाद तकनीकी सलाहकार समूह ने अंतिम मूल्यांकन के लिए तीन नवंबर को बैठक की। बैठक का फैसला कोवैक्सीन के पक्ष में रहा।
कोवैक्सीन को शामिल करें, तो अब तक 7 टीकों को WHO से मंजूरी मिल चुकी है। इसमें फाइजर/बायोएनटेक की कोमिरनेटी, एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड, जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन, मॉडर्न की एमआरएनए-1273, सिनोफार्म की बीबीआईबीपी-कोरवी और सिनोवैक की कोरोनावैक शामिल है।
वैसे WHO की मंजूरी से पहले भी भारत में लाखों लोगों को कौवेक्सीन की डोज दी जा चुकी है और इसे सुरक्षित एवं असरदार माना गया है। कई देशों ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रा को आसान बनाने के लिए और यात्रियों को अपने देशों में प्रवेश करने की अनुमति देने के लिए कोवैक्सिन को मंजूरी दी है। इन देशों में गयाना, ईरान, मॉरीशस, मेक्सिको, नेपाल, पराग्वे, फिलीपींस, जिम्बाब्वे, ऑस्ट्रेलिया, ओमान, श्रीलंका, एस्टोनिया और यूनान का नाम शामिल है।