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अस्पताल में मच गई भगदड़, चाइल्ड वार्ड में आई धमाके की आवाज, बाल-बाल बचे मासूम
ग्वालियर। मंत्री यशोधरा राजे के क्षेत्र शिवपुरी में जिला अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में एक नर्स की लापरवाही से बच्चों की जान पर बन आई। नर्स ने अपनी जगह एक बच्ची के पिता को ऑक्सीजन सिलेंडर देकर लगाने भेज दिया। बेचारे ने कहा भी कि वह कि सिलेंडर कैसे लगाएगा, लेकिन नर्स ने मुंह जुबानी तरीका का समझा दिया। मजबूर पिता सिलेंडर लेकर बच्ची के पास पहुंचा, बच्ची को लगाने की कोशिश कर ही रहा था कि सिलेंडर धमाके की आवाज हुई और अस्पताल में भगदड़ मच गई, बच्ची का पिता गंभीर रूप से जख्मी हो गया, खुशकिस्मती से बच्ची की जान बच गई। धमाका होते ही अस्पताल से बाहर भागे लोग….
– बुधवार दोपहर शिवपुरी जिला अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
– अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में अकाझिरी गांव के योगेश जैन की 2 माह की बेटी अंजली की हालत नाजुक थी, इसलिए डाक्टरों ने बच्ची को ऑक्सीजन देने का निर्देश दिया था।
– ड्यूटी नर्स शैलजा ने खुद ऑक्सीजन लगाने की जगह पिता से कहा कि वह सिलेंडर लगा दे।
– अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में अकाझिरी गांव के योगेश जैन की 2 माह की बेटी अंजली की हालत नाजुक थी, इसलिए डाक्टरों ने बच्ची को ऑक्सीजन देने का निर्देश दिया था।
– ड्यूटी नर्स शैलजा ने खुद ऑक्सीजन लगाने की जगह पिता से कहा कि वह सिलेंडर लगा दे।
– पिता ने कहा कि उसे सिलेंडर लगाना नहीं आता, तब भी शैलजा ने उसे सरसरी जानकारी देकर भेज दिया।
– अंजली का पिता उसे ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने लगा तभी ऑक्सीजन सिलेंडर के ऊपर लगी बोतल, जिसमें से होकर ऑक्सीजन मरीज की नाक में जाती है, जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गई।
– धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पूरे अस्पताल परिसर में गूंज गई। नतीजतन अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती मरीज और उनके अटेंडेंट्स में भगदड़ मच गई, सभी बाहर निकल कर खुले मैदान में आ गए।
– अटेंडेंट्र्सस ने बताया कि धमाका सुनते ही ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया, कुछ लोगों ने कहा कि सिलेंडर फट गया है, तो कोई बोला अस्पताल में आग लग गई है, थोड़ी देर में भवन गिरने वाला है।
– बोतल के ब्लास्ट होने की वजह से अंजली के पिता के मुंह में चोट आई, उसे उपचार जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।
सुरक्षित नहीं है जिला अस्तपताल
– बीती 9 मई की रात प्रसूता वार्ड में शॉट-सर्किट से आग लगी थी, जिससे आधी रात को भगदड़ मच गई थी।
– 27 जनवरी की सुबह प्रसूता वार्ड में शॉट-सर्किट से आग लगी थी। इस दौरान तीन घंटे तक वार्ड में अफरातफरी मची रही। बड़ी मुश्किल से यहां पर आग पर काबू पाया जा सका।
– शैलजा की कहना है कि वह खुद सिलेंडर लगाने जा रही थी, लेकिन योगेश पहले ही लगाने लगे इस पर हादसा हो गया। प्रबंधन ने भी उसका समर्थन किया है, जबकि प्रत्यक्षदर्शी योगेश की बात का समर्थन करते हुए नर्स की लापरवाही को वजह मान रहे हैं।
– अंजली का पिता उसे ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने लगा तभी ऑक्सीजन सिलेंडर के ऊपर लगी बोतल, जिसमें से होकर ऑक्सीजन मरीज की नाक में जाती है, जोरदार धमाके के साथ ब्लास्ट हो गई।
– धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि पूरे अस्पताल परिसर में गूंज गई। नतीजतन अस्पताल के चिल्ड्रन वार्ड में भर्ती मरीज और उनके अटेंडेंट्स में भगदड़ मच गई, सभी बाहर निकल कर खुले मैदान में आ गए।
– अटेंडेंट्र्सस ने बताया कि धमाका सुनते ही ऐसा लगा मानो भूकंप आ गया, कुछ लोगों ने कहा कि सिलेंडर फट गया है, तो कोई बोला अस्पताल में आग लग गई है, थोड़ी देर में भवन गिरने वाला है।
– बोतल के ब्लास्ट होने की वजह से अंजली के पिता के मुंह में चोट आई, उसे उपचार जिला अस्पताल में भर्ती किया गया।
सुरक्षित नहीं है जिला अस्तपताल
– बीती 9 मई की रात प्रसूता वार्ड में शॉट-सर्किट से आग लगी थी, जिससे आधी रात को भगदड़ मच गई थी।
– 27 जनवरी की सुबह प्रसूता वार्ड में शॉट-सर्किट से आग लगी थी। इस दौरान तीन घंटे तक वार्ड में अफरातफरी मची रही। बड़ी मुश्किल से यहां पर आग पर काबू पाया जा सका।
– शैलजा की कहना है कि वह खुद सिलेंडर लगाने जा रही थी, लेकिन योगेश पहले ही लगाने लगे इस पर हादसा हो गया। प्रबंधन ने भी उसका समर्थन किया है, जबकि प्रत्यक्षदर्शी योगेश की बात का समर्थन करते हुए नर्स की लापरवाही को वजह मान रहे हैं।