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अचूक 4 मंत्र बने करोड़पति

जिस लक्ष्य के लिए आपने निवेश शुरू किया है उसे उसी काम में इस्तेमाल करें. एक निवेश को किसी अन्य लक्ष्य में इस्तेमाल ना करें. निवेश का क्रम टूटे ना इसके लिए अपने निवेश को लॉक-इन वाले ऑप्शन में लगाना होगा. अपने निमयित मासिक खर्चों के हिसाब से आपके पास कम से कम 6 महीने का इमरजेंसी फंड होना चाहिए.

हर कोई चाहता है कि उसका अपना घर हो, गाड़ी हो और इतना बैंक बैलेंस हो कि परिवार की सभी जरूरतों को पूरा करके खुद की लाइफ भी आसाम से कटे. हम देश-दुनिया के तमाम रईसों के बारे में पढ़ते हैं और उनके जैसा होने का सपना बुनते हैं. लेकिन हमें ध्यान रखना होगा कि जितने भी अमीर हैं, वो ऐसे ही पैसे वाले यू ही या फिर अचानक नहीं बने हैं. उसके पीछे उनकी कड़ी और वर्षों की मेहनत तथा खास रणनीति रही है.

रोजाना बढ़ती महंगाई के चलते करोड़पति बनना तो दूर घर के खर्चे निकालना बड़ा मुश्किल है. लेकिन इस मुश्किल की घड़ी में भी आप अपने सपने पूरे कर सकते हैं. आप भी करोड़पति बन सकते हैं. लेकिन, करोड़पति बनने के लिए कुछ नियमों का सख्ती से पालन करना होता है.

एक्सपर्ट का मानना है कि अमीर बनने का सबसे पहला मंत्र होता है बचत और ज्यादा बचत. सही समय पर बचत शुरू करना और दौलत इकट्ठी करने में सीधा संबंध है. यहां हम रईस बनने के कुछ ऐसे ही मंत्रों की चर्चा कर रहे हैं. अगर आप समय पर और अनुशासन के साथ इन मंत्रों का पालन करेंगे तो निश्चित ही आप करोड़पति बनने के अपने सपने को पूरा कर सकते हैं.

आपको बचत करनी है और बचत की शुरुआत जल्दी करनी होगी. जिस समय आप पेशेवर दुनिया में कदम रखते हैं उसी समय से बचत शुरू करनी होगी. अगर आप 30 साल की उम्र में कोई नौकरी या कारोबार शुरू करते हैं तो हर महीने कम से कम 15,000 रुपये की बचत करनी होगी. यह बचत आपको 30 साल बाद यानी जब आप 60 साल के होकर रिटायरमेंट की दुनिया में कदम रख रहे होंगे तो आपके पास 5 करोड़ से ज्यादा इकट्ठा हो चुके होंगे.

वित्तीय विशेषज्ञ इस बचत पर 12 फीसदी सालाना का रिटर्न मानकर चलते हैं. आप अपनी बचत में जितना देरी करेंगे, बचत के हिस्से को उतना ही बढ़ाना होगा.

अगर निवेश शुरू करने में 10 साल की देर हो जाए तो इसी बचत को 15,000 से बढ़ाकर 25,000 रुपये महीना करना होगा. हां, ध्यान रखें कि यह बचत नियमित होनी चाहिए. इसमें बीच में रुकावट नहीं आनी चाहिए.

आपने हर महीने बचत करना शुरू कर दिया है और नियमित बचत कर रहे हैं. अब इस बचत में हर साल इजाफा भी करना होगा. जिस अनुपात में महंगाई और आपनी आमदनी बढ़ती है उसी अनुपात में आपको अपनी मासिक बचत में भी इजाफा करना होगा.

सालाना बचत की रकम बढ़ाते रहने से आप अपने करोड़पति बनने के टारगेट को जल्द हासिल कर सकते हैं. इसके अलावा बचत में बढ़ोतरी से आप बढ़ती महंगाई पर भी कंट्रोल करने में सक्षम होंगे.

SIP में स्टेप-अप (निवेश में बढावा) आपकी जरूरत के हिसाब से होता है. जरूरी नहीं कि हर साल में रकम में 10 फीसदी बढ़ाया जाए. चाहें तो पांच फीसदी भी बचत को बढ़ा सकते हैं.

आप बचत तो कर रहे हैं लेकिन उसे सही जगह पर निवेश नहीं कर रहे हैं तो आपकी मेहनत बेकार चली जाएगी. ऐसा ना हो कि आप तिनका-तिनका जोड़कर सपनों का महल खड़ा कर रहे हैं और गलत निवेश के चलते एक झटके में ये महल धराशाई हो जाए.

इसलिए बचत को सही जगह पर निवेश करेंगे तो बेहतरीन रिटर्न मिलने की उम्मीद ज्यादा होगी. पोर्टफोलियो को बहुत सामान्य रखें. बहुत ज्यादा प्रोडक्ट्स शामिल करके अपने पोर्टफोलियो को जटिल नहीं बनाएं. निवेश के अनुशासन को बनाए रखना जरूरी है. लंबी अवधि के एसआईपी शुरू करें. नियमित अंतराल पर पोर्टफोलियो की समीक्षा करें. समय-समय पर मार्केट एक्सपर्ट की मदद से अपने पोर्टफोलियो की समीक्षा करते रहें.

दूसरों को देखकर, किस्से कहानी सुनकर या फिर बहुत ज्यादा रिटर्न के लुभावने झांसों में आकर निवेश कतई ना करें.

बचत के साथ आपको अपने खर्चों पर कंट्रोल करना होगा. अपनी मेहनत की कमाई को फालतू के खर्चों में उड़ाने से बचना चाहिए. दिखावट से ज्यादा सुविधाजनक जीवनशैली को अपनाना होगा. क्रेडिट या डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से बचना चाहिए. घर के खर्चों के लिए हमेशा नकदी का इस्तेमाल करें. बोनस या फिर कहीं से अतिरक्त मेहनत के बाद मिले पैसे को घर खर्च में इस्तेमाल ना करके निवेश करें.

जिस लक्ष्य के लिए आपने निवेश शुरू किया है उसे उसी काम में इस्तेमाल करें. एक निवेश को किसी अन्य लक्ष्य में इस्तेमाल ना करें. इससे आपको फंड समय से पहले निकालने की जरूरत पड़ेगी और निवेश सही तरीके से नहीं बढ़ पाएगा. निवेश का क्रम टूटे ना इसके लिए अपने निवेश को लॉक-इन वाले ऑप्शन में लगाना होगा. ताकि कितनी भी जरूरत पड़ने पर आप समय से पहले उस निवेश से पैसा ना निकाल पाएं.

यह सही है कि हम किसी इमरजेंसी के समय में हमारी बचत ही हमारे काम आती है. लेकिन किसी भी इमरजेंसी में निश्चित टारगेट के लिए शुरू किए निवेश का इस्तेमाल ना करें. इस तरह की जरूरतों के लिए आपको अलग से इमरजेंसी फंड बनाकर चलना होगा. इमरजेंसी फंड आपको आकस्मिक मदद देगा. अपने निमयित मासिक खर्चों के हिसाब से आपके पास कम से कम 6 महीने का इमरजेंसी फंड होना चाहिए.

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