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अचानक एसी में जाने से हो सकते हैं बीमार  ( एसी)

एसी और सेहत: जब घर के बाहर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार चला जाए तो मन करता है जल्दी से एयर कंडीशनर  ( एसी) का सहारा लिया जाए. ऐसे में हम जब तपती धूप से अचानक एसी रूम में जाते हैं, तो इससे सेहत पर काफी बुरा असर पड़ सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि हमारी बॉडी सडेन चेंज ऑफ टेम्प्रेचर को तुरंत एडेप्ट नहीं कर पाती और फिर नेगेटिव तरीके से रिस्पॉन्ड करती है. इस परेशानी से कैसे बचा जा सकता है.

धूप से एसी में जाने से होने वाली समस्याएं

1. सर्दी और जुकाम

तापमान में अचानक बदलाव से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिससे सर्दी और जुकाम होने की आशंका बढ़ जाती है.

2. गला खराब होना

धूप में पसीना आने के बाद एसी में जाने से गला सूख सकता है और गले में खराश हो सकती है. ठंडी हवा गले की म्यूकस मेम्ब्रेन को प्रभावित करती है.

3. सिरदर्द

तापमान में अचानक बदलाव से सिरदर्द हो सकता है. गर्मी से ठंडक में जाने पर ब्लड वेसेल्स नैरो हो जाते हैं, जिससे सिरदर्द का अहसास होता है.

4. बदन दर्द और थकान

शरीर के तापमान में अचानक बदलाव से मांसपेशियों में तनाव और थकान हो सकती है, जिससे बदन दर्द की समस्या होती है.

बचने के उपाय

1. धीरे-धीरे तापमान में बदलाव लाएं

धूप से एसी कमरे में जाने से पहले कुछ समय के लिए छांव में या नॉर्मल टेम्प्रेचर में रहने की कोशिश करें. इससे शरीर को तापमान बदलने का समय मिलेगा.

2. हाइड्रेटेड रहें

गर्मियों में पसीना अधिक आता है, जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है. पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर हाइड्रेटेड रहता है और चेंज ऑफ टेम्प्रेचर से निपटने में सक्षम होता है.

3. ढीले और हल्के कपड़े पहनें

धूप में रहने के दौरान ढीले और हल्के कपड़े पहनें ताकि पसीना जल्दी सूख जाए और शरीर ठंडा रहे. इससे एसी में जाने पर टेम्प्रेचर चेंज का असर कम होगा.

4. एसी का तापमान धीरे-धीरे बदले

एसी को अचानक बहुत ठंडा न करें. धीरे-धीरे टेम्प्रेचर कम करें ताकि शरीर को एडेप्ट करने का समय मिल सके. 24-26 डिग्री सेल्सियस का तापमान आदर्श होगा है.

5. समय-समय पर एसी बंद करें

एसी का उपयोग करते समय बीच-बीच में इसे बंद करें और कमरे की हवा को ताजगी देने के लिए खिड़कियां खोलें. इससे ताजगी बनी रहेगी और तापमान में अचानक बदलाव नहीं होगा.

6. शरीर को ढक कर रखें

धूप से एसी में जाते समय सिर और कान को ढककर रखें. इसके लिए आप टोपी या दुपट्टे का उपयोग कर सकते हैं. इससे ठंडी हवा का असर कम होगा.

7. नेचुरल एयर लें

जहां तक मुमकिन हो, प्राकृतिक हवा का लाभ उठाएं. एसी की आदत डालने से बेहतर है कि पंखे या कूलर का उपयोग करें.

8. समय-समय पर बाहर जाएं

अगर आप लंबे समय तक एसी में रह रहे हैं, तो बीच-बीच में बाहर निकलकर ताजगी लें. इससे शरीर को बाहर के तापमान के अनुकूल रहने में मदद मिलेगी.

 

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