सऊदी अरब में लोकप्रिय हो रहा योग( योग)
योग: भारत में हजारों साल पहले शुरू हुआ योग ( योग) का जादू दुनिया में तेजी से फैल रहा है. दुनिया में इस्लाम का केंद्र माना जाने वाला सऊदी अरब भी इससे अछूता नहीं है. वहां मक्का में दूसरी बार योग चैंपियनशिप का आयोजन हुआ, जिसमें लोग उमड़ पड़े.
मक्का में दूसरी योग चैंपियनशिप का आयोजन
भारत- पाकिस्तान समेत दक्षिण एशिया के कई देशों में कट्टरपंथी योग का नाम सुनते ही उसे गैर-इस्लामी बताकर नाक-भौं सिकोड़ लेते हैं. लेकिन भारत की यह प्राचीन विद्या अब इन सबसे कहीं आगे निकल गई है. दुनिया में इस्लाम के सबसे बड़े गढ़ मक्का में दूसरी योगासन चैंपियनशिप का आयोजन हुआ तो उसमें भाग लेने के लिए बच्चे और पैरंट्स उमड़ पड़े.
प्रतियोगिता में 64 बच्चों ने लिया भाग
यह दूसरी योग चैंपियशिप मक्का में 27 जनवरी को आयोजित की गई. इस चैंपियनशिप में 54 लड़कियों और 10 लड़कों ने भाग लिया. दिलचस्प बात थी कि प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चे सऊदी अरब के मुस्लिम नागरिक थे. वे सभी 7 साल से 30 साल की उम्र तक थे. उनके पैरंट्स भी इस प्रतियोगिता को देखने के लिए पहुंचे थे.
भारत सरकार ने भी दिया आयोजन में सहयोग
मक्का में इस योग चैंपियनशिप का आयोजन अलवाहदा क्लब ने किया था. जिसे सऊदी अरब के खेल मंत्रालय और भारत सरकार के वाणिज्य दूतावास की ओर से सहयोग किया गया था. कार्यक्रम के चीफ गेस्ट भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी शाहिद थे. इस प्रतियोगिता में बच्चों ने योग के विभिन्न आसन प्रस्तुत किए.
विजेता खिलाडियों को मिले असली गोल्ड मेडल
इस इस्लामिक शहर में दूसरी योग चैंपियनशिप करवाने के लिए रॉयल अलशर्क गोल्ड फैक्ट्री ने मेडल्स को स्पांसर किया. फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से इवेंट जीतने वाले खिलाड़ियों को 24 कैरेट गोल्ड के मेडल दिए गए थे. इन मेडलों को डॉक्टर अहमद शुजाई ने डिजाइन किया था.
तन-मन को फिट रखने वाली विद्या
भारत की महान प्राचीन विद्या योग की लोकप्रियता पिछले कुछ सालों में सऊदी अरब में तेजी से बढ़ रही है. वहां पर योग सिखाने के लिए कई सारे क्लब और संगठन खुल चुके हैं. योग को सऊदी अरब में तन- मन को फिट रखने वाली विद्या के रूप में माना जा रहा है.
सऊदी अरब में लोकप्रिय हो रहा योग
भारत- पाकिस्तान समेत कई दूसरे मुस्लिम देशों में जहां कुछ लोग योग को गैर-इस्लामिक बताकर बयानबाजी करते हैं. वहीं सऊदी अरब में इसके उलट माहौल है. वहां के लोग योग को हाथोंहाथ ले रहे हैं. जब से पीएम मोदी के प्रयासों से यूएन ने विश्व योग दिवस घोषित किया है, तब से सऊदी अरब में इसकी लोकप्रियता छलांगे लगा रही है.
सऊदी अरब की पहली योग इंस्ट्रक्टर
सऊदी अरब में योग को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर सऊदी योग कमेटी का भी गठन किया गया है. इसकी अध्यक्षा नऊफ अल मरवाई हैं. वे सऊदी अरब की प्रसिद्ध योगाचार्य हैं. पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद उन्हें पद्म श्री सम्मान से सम्मानित कर चुके हैं. वे जन्म से दिव्यांग पैदा हुई थी लेकिन योग और आयुर्वेद के जरिए उन्होंने दिव्यांगता पर विजय पाई और उसके बाद अपना जीवन सऊदी अरब में योग के प्रचार में समर्पित कर दिया है.