दक्षिण चीन सागर में खोजा गया मोंटेवीडियो मारू का मलबा
New Delhi:विश्व युद्धों ने इस दुनिया को गहरे जख्म दिए हैं। उन्हीं में से एक है द्वितीय विश्व युद्ध का जापानी ट्रांसपोर्ट शिप मोंटेवीडियो मारू। साल 1942 में एक अमेरिकी पनडुब्बी के टॉरपीडो हमले ने जापानी जहाज को समुद्र में डुबो दिया था। घटना के वक्त उस जहाज में 1,000 से ज्यादा सहयोगी कैदी सवार थे। कहा जाता है कि सभी की मौत डूबने से हो गई थी। अब एक ऐतिहासिक घटना में मोंटेवीडियो मारू का मलबा दक्षिण चीन सागर में खोजा गया है। लंबी रिसर्च के बाद खोज टीम समुद्र में एक एरिया पर फोकस करने लगी। 6 अप्रैल को टीम ने मल्टीबीम सोनार इक्विपमेंट की मदद से इलाके को स्कैन करना शुरू किया। करीब 12 दिनों की खोज के बाद 18 अप्रैल को दक्षिण चीन सागर में लगभग 13,100 फीट 4,000 मीटर की गहराई पर मलबे का पता लगा।
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रिसर्चर्स का कहना है कि यह खोज बताती है कि आज भी जीवित लोग अपने मृतक रिश्तेदार के प्रति सम्मान रखते हैं। जहाज में सवार कुल 1,054 कैदियों में ज्यादातर ऑस्ट्रेलियाई थे। कुल 850 सैनिक, नाविक और एविएटर जहाज में मौजूद थे। कहा जाता है कि अमेरिकी पनडुब्बी इस बात से अनजान थी कि जहाज में कैदी सवार हैं। पनडुब्बी ने कम से चार टॉरपीडो को जापानी जहाज पर दागा था। एक निशाना सही लगा और जहाज सिर्फ 11 मिनट में डूब गया था।