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दुनिया का सबसे विशाल हिंदू मंदिर. ( हिंदू मंदिर)

कंबोडिया:कंबोडिया के अंगकोर में स्थित अंगकोरवाट मंदिर. ( हिंदू मंदिर) इस मंदिर को 12वीं शताब्दी में राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने बनाया था. यूनेस्को ने इस मंदिर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल किया है.हजारों वर्ग मील फैले इस मंदिर 620 एकड़ या 162.6 हेक्टेयर में बनाया गया है. ये मंदिर कंबोडिया का राष्ट्रीय प्रतीक भी है. इस भव्य मंदिर में कुल 6 शिखर हैं. दीवारों पर भी हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों को उकेरा गया है.

इस मंदिर के मध्य भाग की शिखर की ऊंचाई लगभग 150 फ़ीट है. इसके आसपास अन्य 50 शिखर हैं. अन्य शिखरों की ऊंचाई थोड़ा ही कम है. इन शिखरों के चारों ओर समाधि में लीन शिव की मूर्तियां स्थापित हैं. मंदिर की विशालता और निर्माण कला आश्चर्यजनक है. उसकी दीवारों को पशु, पक्षी, पुष्प एवं नृत्यांगनाओं जैसी विभिन्न आकृतियों से अलंकृत किया गया है.

यह मन्दिर वास्तुकला की दृष्टि से विश्व की एक आश्चर्यजनक वस्तु है. पर्यटक यहां केवल वास्तुशास्त्र का अनुपम सौंदर्य देखने ही नहीं आते बल्कि यहां के सूर्योदय और सूर्यास्त देखने भी आते हैं. सनातनी लोग इसे पवित्र तीर्थस्थान मानते हैं.
12वीं शताब्दी में राजा सूर्यवर्मन द्वितीय ने अंगकोरवाट में भगवन विष्णु का एक विशाल मन्दिर बनवाया. ऐसा भी कहा जाता है इस मंदिर का निर्माण सूर्यवर्मन द्वितीय ने शुरू किया था लेकिन इसके निर्माण को पूरा किया था उनके उत्तराधिकारी भांजे धारणीन्द्रवर्मन ने. इस मन्दिर की रक्षा एक चतुर्दिक खाई करती है. जिसकी चौड़ाई लगभग 700 फुट है. दूर से यह खाई झील के समान दिखाई पड़ती है.

मन्दिर के पश्चिम की ओर इस खाई को पार करने के लिए एक पुल बना हुआ है. पुल के पार मन्दिर में प्रवेश के लिए एक विशाल द्वार निर्मित है जो लगभग 1,000 फुट चौड़ा है. वहीं, मंदिर के दीवारों पर रामायण काल की मूर्तियां अंकित हैं.

ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण हिन्दू देवता भगवान विष्णु के लिए किया गया था लेकिन बाद में बौद्ध धर्म के लोगों ने इसपर कब्ज़ा कर लिया था. वहीं, नेशनल जियोग्राफिक ने भी अंगकोरवाट मंदिर को कम्बोडिया का सबसे महत्वपूर्ण मंदिर माना है.

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