भारत की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी अनहत(Anhat) का विजयी आगाज
बर्मिंघम. कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत की सबसे कम उम्र की एथलीट 14 वर्षीय स्क्वाश खिलाड़ी अनहत (Anhat) सिंह ने शुक्रवार को महिला सिंगल्स में विजयी शुरुआत की. वहीं, भारतीय तैराक श्रीहरि नटराज ने भी कमाल का प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा के फाइनल में जगह बना ली. अनहत ने अंतिम 64 के दौर में सेंट विंसेंट एवं ग्रेनेडाइंस की जाडा रॉस को एकतरफा मुकाबले में 11-5, 11-2, 11-0 से शिकस्त दी.
अनहत को अंडर -15 स्तर पर उनके प्रभावशाली प्रदर्शन के बाद भारतीय टीम में चुना गया था. वह इस साल एशियाई जूनियर स्क्वाश और जर्मन ओपन की चैंपियन रही हैं. अनहत के अलावा भारत के अभय सिंह ने पुरुष सिंगल्स राउंड-64 मैच में ब्रिटिश वर्जिन द्वीप के जो चैपमैन को 11-5, 11-5, 11-5 से शिकस्त दी. अब राउंड 32 में उनका सामना एलेन क्लेन से होगा.
वहीं, भारतीय तैराक श्रीहरि नटराज ने शुक्रवार को राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा के सेमीफाइनल में 54.55 सेकंड के समय से 7वें स्थान पर रहकर फाइनल के लिए क्वालिफाई किया. वह इस समय से दूसरे सेमीफाइनल में चौथे और ओवरऑल 7वें स्थान पर रहकर फाइनल में पहुंचे.
बेंगलुरु के 21 वर्ष के नटराज अपनी हीट में 54.68 सेकंड का समय निकालकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी. वह अपनी हीट में तीसरे सबसे तेज और कुल 5वें सबसे तेज तैराक रहे थे. साजन प्रकाश और पहली बार खेल रहे कुशाग्र रावत अपने अपने वर्ग में सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सके.
प्रकाश हीट में 8वें स्थान पर रहे जिन्होंने पुरुषों की 50 मीटर बटरफ्लाई में 25.01 सेकंड का समय निकाला. शीर्ष 16 तैराक सेमीफाइनल में पहुंचे हैं. कुशाग्र पुरुषों की 400 मीटर फ्रीस्टाइल में 3:57.45 सेकंड का समय निकालकर अपनी हीट में आखिरी स्थान पर रहे. कुशाग्र और प्रकाश अब दूसरे वर्ग में चुनौती पेश करेंगे . प्रकाश पुरुषों की 100 और 200 मीटर बटरफ्लाई में जबकि कुशाग्र पुरुषों की 1500 मीटर फ्रीस्टाइल और 200 मीटर फ्रीस्टाइल में उतरेंगे.
दूसरी तरफ, भारतीय पुरुष और महिला टेबल टेनिस टीमों ने भी कॉमनवेल्थ गेम्स में अपने अभियान का आगाज लगातार 2-2 जीत के साथ किया. दोनों टीमों ने अपने-अपने शुरुआती दो मैचों में एक समान 3-0 की जीत दर्ज की. पुरुष टीम ने पहले बारबाडोस और फिर सिंगापुर को हराया तो वही महिला टीम ने दक्षिण अफ्रीका और फिजी को शिकस्त दी.