उत्तर प्रदेश
क्या 9 सीटों पर फिर से होगी वोटिंग ? अखिलेश यादव के चाचा की मांग से बढ़ा विवाद !
कल यूपी उपचुनाव को लेकर सपा नेताओं ने पुलिस और प्रशासन पर एक समुदाय के लोगों को मतदान स्थल से भगाने और जबरन वोट नहीं डालने के आरोप लगाए गए थे। इतना ही नहीं सपा के अधिकारिक एक्स अकाउंट से कई वीडियो भी पोस्ट की गई थीं। जिसमें पुलिस वाले वोट डालने आए लोगों को वापस लौटा रहे थे।
राम गोपाल यादव बोले- कल यूपी में देखा पुलिस का नंगा नाच
चुनाव के नतीजों के आने से पहले अब समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने उपचुनाव को लेकर बड़ी मांग की है। सपा नेता रामगोपाल यादव ने एक्स पर पोस्ट पर भाजपा और पुलिस प्रसाशन पर बड़ा हमला बोलते हुए उपचुनाव दोबारा कराने की मांग कर डाली है।
ये चुनाव रद्द हो और दुबारा चुनाव हो : रामगोपाल -: सपा नेता रामगोपाल यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा-“कल उत्तर प्रदेश में संपन्न हुए उपचुनाव समाजवादी पार्टी और संबंधित क्षेत्रों के जिला अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों के बीच थे न की सपा और बीजेपी के बीच. जिस तरह का नंगा नाच कल पुलिस ने उपचुनावों में खासकर मीरापुर, कुन्दरकी, सीसामऊ और कटहरी में किया वह लोक तंत्र के लिए खतरे की घंटी है।
उन्होंने आगे लिखा कि ज्यादती तो हर जगह हुई है लेकिन उपरोक्त क्षेत्रों में प्रशासन ने मर्यादाओं की सारी सीमाएँ पार कर दी हैं। मीरापुर, कुंदरकी सीसामऊ में मुस्लिम मतदाताओं को बन्दूक की नोक पर मत डालने से रोका गया, ये चुनाव रद्द हो और दुबारा चुनाव अर्ध सैनिक बलों की देख रेख में होने चाहिए.” बता दें कि इससे पहले भी रामगोपाल यादव ने वोटिंग के दिन कहा था कि ईमानदारी से तो बीजेपी यहां एक भी सीट जीत नहीं सकती. बेईमानी से नतीजे बदले सकते हैं।
10 पुलिसकर्मी हुए थे निलंबित -: निर्वाचन आयोग ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव में उसके दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने और मतदाताओं को वोट डालने से रोकने के आरोप में 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया था। खुद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मतदाता पहचान पत्रों और आधार कार्ड की जांच करने वाले ऐसे पुलिस अधिकारियों को वीडियो साक्ष्य के आधार पर निलंबित करने की निर्वाचन आयोग से मांग की थी।
शिवपाल यादव ने भी लगाए थे बड़े आरोप -: इससे पहले सपा नेता शिवपाल सिंह यादव ने कहा था कि उपचुनाव में वोटिंग के दौरान सपा के वोटरों को पोलिंग बूथों पर पहुंचने नहीं दिया गया। हमारे मतदाताओं को आधार कार्ड छीनकर भगाया गया था, फिर भी उपचुनाव में 5 से 6 सीट सपा के खाते में आएंगी। जब जब समय आता है तो जनता फैसला करती है. 2027 में फैसला हो जाएगा, सभी तैयारी हो चुकी है।
क्या फिर से होगी वोटिंग?
वैसे यूपी की 9 विधानसभा सीटों पर बुधवार को वोटिंग हो गई. इस दौरान कई जगह से हंगामे की खबरें भी सामने आई थी। इसी बीच समाजवादी पार्टी ने कथित तौर पर बीजेपी और पुलिस प्रशासन पर एक जाति विशेष के वोटर्स को धमकाने और डराने का आरोप लगाया और फिर से वोटिंग कराने की मांग की है।