अपराध

पत्नी को बच्चा नहीं चाहिए था, शक भी था , मोहनलालगंज में महिला की हत्या का पर्दाफाश, पति ने भांजे और नाबालिग के साथ रची थी खौफनाक साजिश

लखनऊ -: राजधानी के मोहनलालगंज थाना क्षेत्र में 20 मई को एक महिला की संदिग्ध मौत की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। पहले जो मामला एक्सीडेंट जैसा प्रतीत हो रहा था, वह दरअसल एक रची-रचाई हत्या की साजिश थी। महिला की हत्या उसके ही पति ने की, जिसमें उसका भांजा और एक नाबालिग भी शामिल थे। पुलिस ने दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक नाबालिग को संरक्षण में लिया गया है।बीती 20 मई की रात करीब 11 बजे मोहनलालगंज थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि राजा खेड़ा गांव के पास एक महिला का एक्सीडेंट हो गया है।

पुलिस जब मौके पर पहुंची तो मुस्कान बानो और उसका पति मोहम्मद आसिफ घायल अवस्था में मिले। दोनों को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मुस्कान को मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक रूप से यह मामला सड़क हादसे जैसा ही प्रतीत हुआ, लेकिन मृतका के शरीर पर मौजूद चोटों और परिस्थितियों ने संदेह को जन्म दिया।अगले दिन यानी 21 मई को मुस्कान के नाना अशरफ अली ने थाने में सूचना दी कि उनकी नातिन की हत्या उसके पति ने की है। उन्होंने बताया कि मुस्कान की शादी 24 फरवरी 2023 को मोहम्मद आसिफ के साथ हुई थी।

इस सूचना के आधार पर पुलिस ने मोहम्मद आसिफ के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी साफ हो गया कि मुस्कान की मौत एक्सीडेंट से नहीं बल्कि गला रेतकर की गई थी। पुलिस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, इस वारदात के पीछे की भयावह साजिश सामने आती गई। जांच में पता चला कि मोहम्मद आसिफ पहले से शादीशुदा था और उसके बच्चे भी थे। दूसरी शादी के बाद वह अपनी नई पत्नी मुस्कान से बच्चा नहीं चाहता था, लेकिन मुस्कान माँ बनने को लेकर इच्छुक थी।

दोनों के बीच इसी बात को लेकर अक्सर झगड़े होते थे। साथ ही, आसिफ को मुस्कान पर चरित्र को लेकर भी शक था। इन कारणों से परेशान होकर आसिफ ने मुस्कान की हत्या की योजना बना डाली।हत्या की साजिश में उसने अपने भांजे मन्ना उर्फ आफताब को शामिल किया और उसे एक लाख रुपये देने का लालच दिया। मन्ना ने पैसों के लिए हामी भर दी और अपने एक नाबालिग मित्र को भी इस काम में शामिल कर लिया। योजना के अनुसार 20 मई को आसिफ मुस्कान को इलाज कराने के बहाने उन्नाव ले गया, जहां पहले से मन्ना और नाबालिग साथी मौजूद थे। वहां से लौटते समय रात करीब साढ़े नौ बजे मोहनलालगंज के पास उदवतखेड़ा मार्ग पर तीनों ने मिलकर मुस्कान की हत्या कर दी।हत्या को अंजाम देने के बाद मन्ना और उसका नाबालिग साथी मौके से भाग निकले।

आसिफ ने शव को अपनी मोटरसाइकिल से बांधकर कुछ दूर तक ले जाकर सड़क किनारे फेंक दिया ताकि मामला एक्सीडेंट जैसा लगे। मोबाइल फोन के जरिए पहचान न हो, इसके लिए उसने खुद का और मुस्कान का मोबाइल फोन तोड़कर नहर में फेंक दिया। पुलिस को जांच के दौरान मौके से टूटा हुआ मोबाइल, खून से सनी शर्ट, चाकू और कांच की चूड़ियों के टुकड़े भी बरामद हुए।पूछताछ में आसिफ ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है और हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया है। पुलिस ने उसे और मन्ना को गिरफ्तार कर लिया है

जबकि 17 वर्षीय नाबालिग को किशोर न्याय अधिनियम के तहत संरक्षण में लिया गया है। इस पूरी कार्रवाई में थाना मोहनलालगंज की पुलिस टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।यह मामला न केवल वैवाहिक रिश्तों में विश्वास के टूटने का प्रतीक है बल्कि यह भी दिखाता है कि निजी कलह और अविश्वास किस हद तक इंसान को हैवान बना सकता है। एक निर्दोष महिला को अपनी जिंदगी से हाथ धोना पड़ा, वह भी इसलिए क्योंकि उसने अपने पति से प्यार और एक संपूर्ण परिवार की अपेक्षा की थी।

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