भारतीय छात्रों को यूयस वीजा मिलने में क्यों हो रही देरी?

नई दिल्ली: स्टूडेंट वीजा के लिए जरूरी कागजात i20 फॉर्म न होने की वजह से भारतीय छात्रों का अमेरिका में पढ़ने का सपना लंबा होता जा रहा है. i20 फॉर्म न होने से भारतीय छात्रों ( Indian students?) को अमेरिकी वीजा मिलने में काफी देरी हो रही है. अमेरिकी अधिकारी ने स्पष्ट किया है कि भारतीय छात्रों को यह फॉर्म जल्द ही मिलने वाला है और इसके मिलते ही बड़े पैमाने पर इंटरव्यू होगा. वहीं, उन्होंने संकेत दिया कि टूरिस्ट वीजा में लंबा वेटलिस्ट अभी भी बरकरार रहेगा.
अमेरिकी दूतावास में पब्लिक डिप्लोमेसी प्रथम सचिव मार्ग्रेट मक्लाउड ने कहा कि भारतीय छात्रों के लिए चिंता की बात नहीं है. इंटरनेट पर जो नंबर आप देख रहे हैं (वीजा वेटिंग का) वो विद्यार्थियों के लिए नहीं है. कुछ जरूरी चीजें हैं, जिनमें एक एडमिशन लेटर होता है और एडमिशन के साथ एक i20 फॉर्म भी होता है और ज्यादातर छात्रों के पास यही i20 कागजात नहीं है. जब ज्यादातर छात्रों के पास एडमिशन लेटर और i20 फॉर्म हो जाएंगे, तभी हम बड़ी संख्या में छात्रों के लिए अपॉइंटमेंट खोल देंगे.
अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि i20 फॉर्म अमेरिकी विश्वविद्यालयों से आते हैं और बहुत सारे भारतीय छात्रों के पास यह फॉर्म नहीं है लेकिन जब छात्रों का सीजन हो जाएगा, तब हम बड़े पैमाने पर इंटरव्यू कर लेंगे. इस महीने हम छात्रों को प्राथमिकता दे रहे हैं, इसलिए हम टूरिस्ट वीजा के लिए इंटरव्यू कम करेंगे ताकि ज्यादा से ज्यादा भारतीय छात्रों को अपॉइंटमेंट दे सकें. क्या 500 दिनों का वेट टाइम अभी कुछ दिन रहेगा, सवाल के जवाब में अमेरिकी अधिकारी ने हामी भरी.
उन्होंने कहा कि अभी अमेरिका में भारतीय छात्रों की संख्या ढाई लाख के करीब है और विदेशी छात्र में भारतीयों की संख्या अमेरिका में 23 फ़ीसदी है. अमेरिका में छात्र वीजा पर जाने वाले भारतीय छात्र पहले वर्ष में कैंपस में नौकरी कर सकते हैं और पहले साल के बाद बाहर भी काम करने का मौका मिल सकता है. ग्रेजुएशन के बाद 1 साल की ट्रेनिंग भी है.
उन्होंने आगे कहा कि अभी भारतीय छात्रों के लिए आम यात्रा के समान ही रेगुलेशन है. छात्रों को डब्ल्यूएचओ से मंजूर टीकाकरण की जरूरत है. अमेरिका के विश्वविद्यालय छात्रों से काबिलियत और होशियारी चाहते हैं और ऐसे छात्रों को आकर्षित करने के लिए बहुत सारी सुविधाएं हैं. अमेरिका में छात्रवृत्ति है और वह मेरिट बेसिस पर