ट्रंप के लौटने की आहट से चीन क्यों परेशान है?(चीन)
अमेरिका: आगामी अमेरिका राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अब यह लगभग तय हो गया है कि मुकाबला एक बार फिर जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रंप के बीच होने जा रहा है. पिछले हफ्ते अमेरिका में मतदाताओं ने सुपर ट्यूजडे के लिए वोट डाले. वहीं राष्ट्रपति जो बिडेन ने स्टेट ऑफ द यूनियन संबोधन में अपनी राष्ट्रीय प्राथमिकताएं बताईं. अमेरिका में चल रही राजनीतिक गतविधियों पर चीन (चीन) गहरी नजर रख रहा है.
हालाकी चीन भी हाल ही में अपनी राजनीतिक प्रक्रिया के सबसे बड़े वार्षिक प्रदर्शन करने में बिजी था. बीजिंग में, देश भर से हजारों प्रतिनिधि कम्युनिस्ट पार्टी-नियंत्रित सरकार द्वारा निर्धारित वार्षिक एजेंडे पर मुहर लगाने के लिए एक बड़ी बैठक में शामिल हुए.
इस कार्यक्रम के दौरान हालांकि वरिष्ठ चीनी नेताओं ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी चुनाव का उल्लेख नहीं किया. लेकिन वहां देश को एक हाई-टेक पावरहाउस में बदलने पर विचार विमर्श किया गया, जिसे बाइडेन प्रशासन के टेक्नोलॉजी प्रतिबंधों और भविष्य में अमेरिका-चीन संबंधों के खराब होने की स्थिति में देश की सुरक्षा के लिए एक तत्काल कोशिश के रूप में देखा गया.
चीनी राजनीति के पर्यवेक्षकों का कहना है कि बंद दरवाजों के पीछे, आगामी अमेरिकी चुनावों की चर्चा ट्रंप की वापसी की संभावनाओं की वजह से भी स्वभाविक है. जिन्हें व्यापक रूप से बाइडेन से कहीं