युद्धविराम समझौते से खुश क्यों नहीं इजरायल के लोग?
दोहा-: इजरायल और हमास के बीच 15 महीने से चल रहे गाजा युद्ध को रोकने पर समझौता हो गया है। समझौते के तहत शुरुआती छह सप्ताह तक युद्ध विराम रहेगा। इजरायल के सुरक्षा बल धीरे धीरे गाजा से वापस जाएंगे और हमास बंधकों को रिहा करेगा। इसके बदले में इजरायल की हिरासत में रह रहे फलस्तीनी नागरिक भी रिहा किए जाएंगे। समझौता की जानकारी सामने आते ही गाजा के लोग सड़कों पर उतर आए और सड़कों पर जश्न मनाने लगे।
गौरतलब है कि इस समझौते से इजरायल के कुछ लोग खुश नहीं हैं। टिकवा फोरम नामक एक ग्रुप का कहना है कि अच्छा होता अगर बंधकों की रिहाई को लेकर किए गए इस समझौते की जगह हमास के खिलाफ युद्ध जारी रहता। बता दें कि टिकवा फोरम नामक संस्था दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रभावित है। कवा फोरम के सह-संस्थापक त्जिवका मोर के बेटे ईतान को भी हमास ने बंधक बना रखा है।
उनका कहना है कि भले ही मेरा बेटो को हमास ने बंधक बना रखा है, लेकिन वो भी चाहता होगा कि सबसे पहले इजरायल सुरक्षित रहे। अगर मेरा बेटा आज बंधक न बना होता तो वो इजरायल का सैनिक होता। इजरायल का मानना है कि कम से कम 98 लोग अभी भी बंधक के रूप में गाजा में मौजूद हैं। उनमें दर्जनों के मारे जाने की आशंका भी है।
तीन चरणों में होगा युद्ध विराम समझौता
बता दें कि युद्धविराम समझौता तीन चरणों में होगा। पहले चरण में गाजा के घनी आबादी वाले क्षेत्रों से इजरायली सैनिकों की वापसी और हमास द्वारा बनाए गए बंधकों की घर वापसी होगी।rवहीं, इजरायल में सैकड़ों फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई होगी। सबसे पहले महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को रिहा करेगा।
दूसरे चरण में बाकी बंधकों की रिहाई होगी-:
तीसरे चरण में गाजा का पुनर्निर्माण करना और कैद में मारे गए बंधकों के अवशेषों को वापस लाया जाएगा। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के आतंकियों ने इजरायल पर हमला किया, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए और 250 से अधिक बंधक बना लिए गए। इसके बाद इजरायल ने गाजा में हमास के खिलाफ जंग छेड़ दी। इजरायली सेना द्वारा किए गए हमलों में अब तक 46 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।