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कहां गायब हो गया मलेशियाई   (मलेशियाई )विमान?

मलेशिया:  वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि समुद्री जीव जांचकर्ताओं को मलेशिया  (मलेशियाई ) एयरलाइंस की उड़ान MH370 के मलबे तक ले जा सकते हैं2014 में गायब हुए मलेशिया एयरलाइंस के विमान MH370 के रहस्य से पर्दा हट सकता है.. ये घटना मलेशिया की सबसे घातक विमानन घटनाओं में से एक है. इसमें सवार सभी 239 लोगों को मृत मान लिया गया था. ये विमान कुआलालंपुर से बीजिंग जा रहा था. इसमें 227 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे.

हिंद महासागर में एक द्वीप पर बहकर आए विमान के कुछ टुकड़ों के अलावा अधिकारियों को मलबे का कोई निशान नहीं मिला था. लेकिन इस टुकड़े पर मिले बार्नाकल यह पता लगाने में महत्वपूर्ण हो सकते हैं कि MH370 के साथ क्या हुआ था. बर्नाकल समुद्री केकड़े और झींगा मछलियों से संबंधित जीव है.

एजीयू एडवांसेज में प्रकाशित शोध में लिखा गया है कि एमएच370 उस स्थान से “सुदूर दक्षिण” की ओर बह गया होगा. जहां पिछले मॉडलों ने अनुमान लगाया था. अध्ययन में फ्लैपरॉन पर पाए जाने वाले बार्नाकल का विश्लेषण किया गया, जो विमान के एक पंख के टुकड़े पर मिले थे. ऐसा माना जा रहा है कि यह पंख लापता विमान का हिस्सा है. विमान के गायब होने के एक साल बाद, एक हिस्सा हिंद महासागर में फ्रांसीसी द्वीप रीयूनियन पर बह कर आ गया था.

जैसे ही पानी का तापमान बदलता है, बार्नकल के गोले का रसायन हर दिन बदलता है. इस जानकारी का उपयोग करके किसी भी दिन क्रस्टेशियन का स्थान पता लगाया जा सकता है. मीडिया के हवाले से, दक्षिण फ्लोरिडा विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. ग्रेगर हर्बर्ट ने बताया, ‘मैंने जैसे ही मलबे पर बर्नाकल दिखे, मैंने खोजकर्ताओं को मेल करना शुरू कर दिया. मुझे उनके शेल के भू-रसायन के बारे में जानकारी है, ये मलबे तक पहुंचने पर मदद प्रदान कर सकते हैं.’

उन्होंने आगे बताया, ‘अफसोस की बात है कि सबसे बड़े और सबसे पुराने बार्नाकल को अभी तक रिसर्च के लिए उपलब्ध नहीं कराया गया है.’ उन्होंने बताया की जबतक फ्रांसिस मदद नहीं करते हैं तब तक कुछ नहीं किया जा सकता है. लेकिन हमारी रिसर्च बताती है कि क्या करने की आवश्यकता है और इसे क्यों काम करना चाहिए.

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