Agnipath Scheme लाने के पीछे सरकार की क्या है मंशा !!

सरकार और सेना ने 17.5 से 23 आयु वर्ग के युवाओं के लिए अग्नीपथ योजना शुरू की है. इसके तहत युवाओं को 4 साल तक सेना में काम करने का अवसर मिलेगा. इसके बाद 25 फीसद युवाओं को सेना में स्थायी कमीशन देने की बात हुई है, अन्य अग्नीवीर रिटायर हो जाएंगे और उन्हें पुलिस सहित कई अन्य महकमों में तरजीह मिलेगी. इसके अलावा चार साल बाद रिटायर होने पर उन्हें करीब 12 लाख रुपये एकमुश्त भी मिलेंगे. लेकिन इस योजना का देशभर में जमकर विरोध हो रहा है. युवा सड़कों पर हैं और कई जगहों से उपद्रव व आगजनी की खबरें आ रही हैं.
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विरोध में सत्याग्रह कर रही है – कांग्रेस

इस बीच राजनीति भी अपना रुख तय कर रही है. समूचा विपक्ष इस योजना का विरोध कर रहा है. खासतौर पर कांग्रेस (Congress) इस योजना के खिलाफ देशभर में एक बार फिर से लामबंद हो रही है. कांग्रेस अग्नीपथ योजना के विरोध में सत्याग्रह कर रही है. इधर कांग्रेस एक अलग ही राग अलाप रही है.
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने प्रश्न पूछने के अंदाज में कहा, ‘क्या ये 46 हजार युवकों को तैयार करके RSS में लाना चाहते हैं. क्या किसी देश में ऐसा हुआ है कि 4 साल ट्रेनिंग देकर उसके बाद उन्हें छोड़ देना.’
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, ‘आप सिर्फ 4 साल तक ट्रेनिंग और स्टाइपेंड देकर उन्हें चुनाव तक व्यस्त रखने के लिए यह काम कर रहे हैं. आप ऐसा इसलिए कर रहे हैं, ताकि जो युवा महंगाई, बेरोजगारी के खिलाफ दूसरी जगहों पर विरोध कर रहे हैं, उनकी दिशा को भटकाया जाए.’ इस बीच कांग्रेस ने अग्नीपथ योजना और ED द्वारा कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को समन जारी करने के विरोध में दिल्ली के जंतर-मतर पर सत्याग्रह भी किया. इस सत्याग्रह में वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद और मल्लिकार्जुन खड़गे सहित कई कांग्रेस नेता मौजूद रहे.