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हिचकियों को तत्काल रोकने के क्या है आयुर्वेदिक इलाज  (हिचकियों)

हिचकियां: हिचकियां  (हिचकियों) हालांकि नुकसानदेह नहीं है लेकिन कभी-कभी हिचकियां इतनी तेज और जल्दी-जल्दी हो जाती है कि परेशानी बढ़ जाती है. अगर यह ज्यादा देर तक रहे तो इससे बात करने और खाना खाने में दिक्कत होती है. उस समय लोगों के दिमाग में नहीं आता कि आखिर इस हिचकियों से निपटने के लिए क्या करें. कई लोग हिचकियों को मिटाने के लिए कुछ टोटके का इस्तेमाल करते हैं लेकिन इससे कुछ फायदा नहीं मिलता है. जब डायफ्राम में ऐंठन होने लगता है. जब इसमें ऐंठन होता है तब अचानक वोकल कॉर्ड की वॉल्व बंद होकर तुरंत-तुरंत खुलने लगता है. इससे एक अलग तरह की ध्वनि उत्पन्न होती है. हचकियों का इलाज आयुर्वेद में आसानी से किया जा सकता है.
1. नींबू-हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक जब अचानक हिचकियां आ जाएं और यह जल्दी से बंद न हो तो इसके लिए नींबू के रस और नमक को कुछ देर मुंह में रखें. हिचकियां बहुत जल्दी गायब हो जाएंगी. जब हिचकियां गायब हो जाएं तो पानी से मुंह को साफ कर लें क्योंकि नींबू में मौजूद साइट्रिक एसिड यदि ज्यादा देर तक रहेगा तो दांतों को नुकसान होगा.
2. इमली-इमली भी हिचकियों को तुरंत रोक सकता है. जब हिचकियां आएं तो इमली को मुंह में रख लें और इसे चूसते रहें या इमली के पानी को पी जाएं. बहुत जल्द राहत मिलेगी. इसके अलावा छिलका रहित इमली के बीज को चूसने से भी हिचकियां रूक जाती है.

3. अदरक-अदरक ऐसा खाद्य पदार्थ है जिससे कई बीमारियों का इलाज किया जा सकता है. अदरक का इस्तेमाल हिचकियां रोकने के लिए भी किया जा सकता है. हिचकियों में अदरक के स्लाइस को चूसने से बहुत फायदा मिलता है. अदरक से तत्काल लाभ मिलता है.

4. ब्लैकबेरी-ब्लैकबेरी भी साइट्रस फ्रूट है जिसमें प्रचूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है. जब हिचकियां तेज हो जाएं तो ब्लैकबेरी को खाएं या ब्लैकबेरी के जूस को पी लें.

5. जायफल-हिचकियों को रोकने में जायफल भी बेहद कारगर हथियार है. जायफल का इस्तेमाल मसाले के रूप में किया जाता है. इसके अलावा जायफल को तेल में मिलाकर बच्चों की मालिश की जाती है. आयुर्वेद में जायफल से कई बीमारियों का इलाज किया जाता है. जायफल से हिचकियां भी रूक जाती है

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