भीमराव अम्बेडकर के जीवन दर्शन से हमे सीख लेनी चाहिये -: आशीष तिवारी

रामलीला मैदान मे अम्बेडकर जयंती पर हुआ गोष्ठी का आयोजन -: चेयरमैन प्रतिनिधि आशीष तिवारी सोमवार की दंेर सांय नगर के रामलीला मैदान आयोजित बाबा भीमराव अम्बेडकर की जंयती पर आयोजित गोष्ठी मे मुख्य अतिथि के रूप मे सम्बोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि डा0 भीमराव अम्बेडकर सिर्फ सविधान निर्माता ही नही थे बल्कि बे एक समाजसुधारक और प्रेरणा दायक और अर्थशास्त्री व्यक्ति थें उनके द्वारा उधोगीकरण एंव कृषि बिकास मे भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत हुई थी। बाबा साहब ने छुआछूत प्रथा को खत्म कर समाज के शोषित बाछित लोगो को उनका हक दिलाने का काम किया था।
उन्होने कहा कि भीमराव अम्बेडकर को सच्ची श्रद्धाजलि तभी होगी जब हम लोग उनके बताये हुये रास्ता पर चले। समाजसेवी शिक्षक डा0 अयाज मन्सूरी ने कहा कि सविधान निर्माता साहब का अधूरा सपना देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एंव प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरा करेगे। उन्होने कहा कि बाबा साहब सविधान निर्माता एंव सामाजिक न्याय के पैरोकार थे उन्होने समाज मे छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई थी। उन्होने आजादी के सघंर्ष को नया सपना दिया था बह एक ऐसे नेता के रूप मे उभरे थे जो खुद एक दलितो के बीच से उभरा था । इस मौके पर कार्यक्रम आयोजक आनन्द प्रताप सिंह, सुरेश भारती, करोडीलाल वर्मा, सुघर सिंह कठेरिया, कवि वदन सिंह मस्ताना, इमरान जावेद, रामप्रसाद बाल्मीकि, गोपालदास लोधी, धर्मसिंह, सुुशील उर्फ पीके, आशाराम, महेन्द्र सिंह, विकास भारती आदि लोग मौजूद थे।