राज्य

वायनाड., भूस्खलन ने ली 123 की जान(भूस्खलन )

वायनाड : केरल के पहाड़ी जिले वायनाड में आसमान से आफत बरसी है। मंगलवार तड़के कई जगहों पर हुई भारी बारिश के बाद भूस्खलन (Landslide) की कई घटनाएं सामने आई हैं। भूस्खलन (भूस्खलन ) से वायनाड जिले में मरने वालों की संख्या 123 हो गई है। सैकड़ों लोगों के मलबे में अभी भी फंसे होने की आशंका है। स्थानीय अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है। राहत और बचाव कार्य के अभियान में और तेजी लाई गई है।

राज्य में दो दिन का शोक
बारिश के चलते हुए भूस्खलन में इतनी संख्या में लोगों की जान जाने के बाद केरल के मुख्यमंत्री विजयन ने गहरा दुख जताया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस घटना से बहुत दुखी है, जिसमें कई लोगों की जान चली गई है। संपत्ति को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। इसके साथ ही सीएम ने मंगलवार से दो दिन (30 और 31 जुलाई) का शोक घोषित किया है। राज्य में सभी सार्वजनिक समारोह एवं उत्सव भी स्थगित कर दिए गए हैं। इस घटना पर पीएम मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी दुख जताया है।

राहुल गांधी और प्रियंका ने ने रद्द किया वायनाड का दौरा
लोकसभा में विपक्ष के नेता और वायनाड के पूर्व सांसद राहुल गांधी ने भूस्खलन से हुई मौतों पर दुख जताया है। भारी बारिश के चलते राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को वायनाड जाने का दौरा रद्द कर दिया है। इस बात की जानकारी उन्हें सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दी है। राहुल गांधी ने कहा कि लगातार बारिश और खराब मौसम के चलते उनका विमान वहां उतर नहीं पाएगा। इस कठिन समय में हमारी संवेदनाएं वायनाड के लोगों के साथ हैं।

आर्मी, नेवी और NDRF के जवान राहत बचाव कार्य में जुटे
जिले में भूस्खलन की कई घटनाएं सामने आने के बाद सेना, नौसेना और एनडीआरएफ के जवान बचाव कार्य में जुट गए। खराब मौसम के बीच हादसे से पीड़ित लोगों की तलाश की गई, जो कि देर रात तक चल रही है। पीड़ित लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए कई एजेंसियां ​​मिलकर काम कर रही हैं।

वायनाड के इन गांवों में भूस्खलन की घटनाएं
दिन के समय बचावकर्मियों को नदियों और कीचड़ से लोगों के शव बरामद हुए हैं। मृतकों में कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं और उनकी पहचान तथा पोस्टमार्टम के लिये के लिये शवों को विभिन्न अस्पतालों रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों में मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टमाला और नूलपुझा गांव शामिल हैं।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button