उत्तर प्रदेश

सोलर एनर्जी से चलेगी वॉटर मेट्रो(सोलर एनर्जी ) 

अयोध्या: अयोध्या की सूरत बदलने लगी है. रामनगरी में रामलला जल्दी ही गर्भगृह में विराजमान होने वाले हैं. 22 जनवरी को अयोध्या में वो कार्यक्रम होगा, जिसका इंतजार रामभक्त दशकों से कर रहे थे. अयोध्या में सिर्फ राममंदिर ही नहीं बन रहा है बल्कि सैकड़ों प्रोजेक्ट्स भी पूरे होने की कगार पर हैं. 22 जनवरी को जब राम मंदिर का उद्घाटन होगा तो उसके साथ-साथ अयोध्या में वॉटर मेट्रो भी शुरू होगी. सरयू नदी में वॉटर मेट्रो का उद्घाटन भी पीएम मोदी ही कर सकते हैं.(सोलर एनर्जी ) 

फिलहाल भारत में सिर्फ केरल के कोच्चि में ही वॉटर मेट्रो चलती है. इसी साल 25 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोच्चि में वॉटर मेट्रो का उद्घाटन किया था. हर दिन 34 हजार यात्रियों के साथ 76 किलोमीटर की यात्रा करने वाली कोच्चि वॉटर मेट्रो एशिया की पहली वॉटर मेट्रो है. कोच्चि में 76 किलोमीटर वॉटर मेट्रो की रेंज है.

सरयू नदी पर चलने वाली वॉटर मेट्रो में 50 यात्री बैठे सकेंगे. जहां तक ईंधन का सवाल है तो वॉटर मेट्रो में ईंधन के तौर पर सोलर एनर्जी का इस्तेमाल होगा. गुप्तार घाट से राम की पैड़ी तक चलने वाली वाटर मेट्रो में आगे जाकर यात्रियों की संख्या और सुविधाएं आगे बढ़ाई जा सकती हैं. वाटर मेट्रो से अयोध्या के लोगों या अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं को सबसे बड़ा लाभ ये होगा कि जाम से छुटकारा मिलेगा. समय की बचत होगी और रोजगार बढ़ेगा. सरयू घाट पर पर्यटकों की संख्या बढ़ सकती है.
राम की पैड़ी से आप गुप्तार घाट जाना चाहते हैं तो यात्रियों को फायदा होगा. एक जेटी गुप्तार घाट पर है दूसरा जेटी राम की पैड़ी पर है. लिहाजा नावों की संख्या भी बढ़ाई जा सकती है. जेटी मेट्रो के लिए इस्तेमाल की जाएगी. 10 जनवरी तक ये अयोध्या पहुंच सकती है. अभी फिलहाल टूरिस्ट्स और रामभक्त अयोध्या में जटायु क्रूज सेवा का लुत्फ उठा रहे हैं.

आइए आपको कोच्चि वॉटर मेट्रो के जरिए बताते हैं कि वाटर मेट्रो क्या होती है और क्यों ये अयोध्या में यातायात का गेमचेंजर साबित हो सकती है.

वॉटर मेट्रो रेल या सड़क यातायात की तुलना में ज्यादा किफायती साधन है. शहर के प्रदूषण को कम करने में यह बेहद अहम साबित हो सकती है.

कोच्चि में चलने वाली वाटर मेट्रो को कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड ने डेवेलप किया है, जिसमें आठ इलेक्ट्रिक हायब्रिड नावें हैं.
वाटर मेट्रो तटीय शहर कोच्चि और उसके आसपास के दस द्वीपों को जोड़ती है. इसमें 78 इलेक्ट्रिक बोट और 38 टर्मिनल शामिल हैं.
कोच्चि वाटर मेट्रो के टिकट की शुरुआत 20 रुपये है. रोजाना यात्रा करने वालों के लिए वीकली और मंथली पास भी उपलब्ध हैं.
लिथियम टाइटेनाइट स्पिनल से बनी बैटरियों से कोच्चि वाटर मेट्रो ऑपरेट होती है.
कोच्चि वाटर मेट्रो शुरू होने के शुरुआती 7 महीनों में 12.5 लाख लोग इसमें यात्रा कर चुके हैं.

अयोध्या में राम मंदिर बन जाने के बाद भारी संख्या में यात्री आएंगे. ऐसे में सड़क पर जाम और पार्किंग की समस्या से उनको दो-चार होना पड़ सकता है.

लेकिन वाटर मेट्रो न सिर्फ अयोध्या के घाटों की खूबसूरती से यात्रियों को रूबरू कराएगी बल्कि इसका किराया भी कम ही होने की उम्मीद है.

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button