लखनऊ सहित पूरे प्रदेश में एक हजार बसों के वीटीएस गायब
लखनऊ। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (रोडवेज) की करीब 1000 बसों के व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (वीटीएस) गायब मिले हैं। वीटीएस के गायब होने से लॉक डाउन में बसों ने कितने किलोमीटर का सफर तय किया और कितना डीजल खर्च हुआ इसकी सही जानकारी नहीं मिल पा रही रही है। जांच में सामने आया है कि वीटीएस को बसों के चालकों ने उखाड़ फेंका है। परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव बोस ने शनिवार को बताया कि राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश में करीब 1000 बसों में लगे वीटीएस गायब मिले हैं। वीटीएस गायब होने की वजह से लॉक डाउन के दौरान श्रमिकों को लेकर रोडवेज बसों ने कितने किलोमीटर का सफर तय किया और कितना डीजल खर्च हुआ इसकी सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। जांच में सामने आया है कि बसों के चालकों ने वीटीएस को उखाड़ फेंका है। इस मामले में बस डिपो के फोरमैन और टाइमैक्स से जवाब मांगा गया है। उन्होंने बताया कि वीटीएस से बसों की लोकेशन, रफ्तार और कितने किलोमीटर चली इसका पता लगता है। इस आधार पर रोडवेज बसों में डीजल खपत का औसत निकाला जाता है। दरअसल बसों के वीटीएस गायब होने के पीछे डीजल चोरी का प्रकरण सामने आ रहा है। इसलिए लॉक डाउन के दौरान श्रमिकों को घर तक पहुंचाने में बस चालकों का खेल नजर आ रहा है। फिलहाल वीटीएस कब और कैसे गायब हुए इसके बारे में जवाब मांगा गया है।