लखनऊ में शातिर चोरों के गैंग का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार, लाखों की चोरी का सामान बरामद !
लखनऊ-: राजधानी लखनऊ में लगातार हो रही घरों में चोरी की घटनाओं को लेकर चिंतित पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उत्तरी जोन की क्राइम ब्रांच, सर्विलांस यूनिट और जानकीपुरम थाना पुलिस की संयुक्त टीम ने एक सक्रिय चोर गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए अपराधियों में गैंग का सरगना राहुल गुप्ता भी शामिल है, जो लंबे समय से चोरी की वारदातों में लिप्त रहा है।
इस गिरोह का पर्दाफाश तब हुआ जब 18 जून को जानकीपुरम निवासी दुर्गेश कुमार मिश्रा ने अपने बंद घर का ताला टूटा पाए जाने और कीमती सामान व नकदी की चोरी की रिपोर्ट पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी उत्तरी के निर्देश पर एक विशेष टीम गठित की गई, जिसने आधुनिक तकनीकी साधनों और पारंपरिक खुफिया नेटवर्क की मदद से चारों अभियुक्तों को चिन्हित कर गिरफ्तार कर लिया।गिरफ्तार अभियुक्तों में राहुल गुप्ता (गैंग लीडर), रामू रावत, विमलेश कुमार और राजीव रस्तोगी के पास से लगभग चार लाख रुपये नकद, भारी मात्रा में पीली व सफेद धातु के आभूषण, चोरी के औजार और घटना में प्रयुक्त एक बिना नंबर का ऑटो बरामद किया गया है। गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में राजीव रस्तोगी एक सुनार है, जो चोरी का माल खरीदने में गिरोह की मदद करता था।गैंग का सरगना राहुल गुप्ता बेहद शातिर है और लखनऊ तथा बाराबंकी जिलों में उसके खिलाफ गैंगस्टर, आयुध अधिनियम और चोरी के कुल 15 मुकदमे दर्ज हैं। वह हर घटना के बाद अपना ठिकाना बदल लेता था, जिससे उसकी गिरफ्तारी कठिन हो जाती थी।
उसके गिरोह के अन्य सदस्यों का भी लंबा आपराधिक इतिहास सामने आया है। रामू रावत और विमलेश कुमार पर भी जानकीपुरम, इंदिरानगर, सरोजनीनगर और बाराबंकी में कई गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं।पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सुनसान और बंद मकानों की रेकी कर पहले से योजना बनाकर चोरी को अंजाम देते थे। चोरी के बाद सामान को आपस में बांटकर बेच देते और फिर कुछ दिन के लिए अलग-अलग स्थानों पर छिप जाते थे।इस सफल कार्रवाई में स्वाट प्रभारी शिवानंद मिश्रा, जानकीपुरम थाना प्रभारी विनोद कुमार तिवारी, सर्विलांस प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह और कई अन्य पुलिसकर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। लखनऊ पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई तेज कर दी है और गिरोह के नेटवर्क की जांच की जा रही है, जिससे भविष्य में ऐसी वारदातों को रोका जा सके।पुलिस आयुक्त लखनऊ ने टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है और आमजन से अपील की है कि वे अपने घरों की सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।