
भोपाल । मध्यप्रदेश (very heavy) में मौसम विभाग ने 12 सितंबर से प्रदेश में एक बार फिर अच्छी बारिश (very heavy) की संभावना जताई है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर एरिया बन रहा है। ऐसे में प्रदेश के कई इलाकों जैसे, ग्वालियर, दतिया, निवाड़ी, रीवा, सीधी, झाबुआ और अलीराजपुर की स्थिति खराब हो गई है। इस साल सितंबर में अब तक बीते 7 साल में सबसे कम बारिश हुई है।
अब तक कुल 2.16 इंच पानी ही गिरा है। साल 2019 में 17.48 बारिश हुई थी। यह बीते 10 साल में सबसे ज्यादा थी। इस कारण 12 से लेकर 14 तक प्रदेश भर में पानी गिर सकता है। रविवार से प्रदेश भर में बादल छाने लगे हैं। इसके अलावा भोपाल, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, सीहोर, मालवा-निमाड़, बुंदेलखंड, बघेलखंड और महाकौशल से लेकर ग्वालियर चंबल तक हल्की से मध्यम बारिश तीन दिन तक हो सकती है।
जो तीन दिन तक ग्वालियर, चंबल, बुंदेलखंड, बघेलखंड, भोपाल, उज्जैन, इंदौर, सागर, रायसेन, विदिशा, गुना समेत कई इलाकों में बारिश कराएगा। कहीं-कहीं भारी बारिश के आसार बन सकते हैं।नया सिस्टम बनने से प्रदेश के अधिकांश इलाकों में जमकर बारिश के आसार हैं। मौसम विभाग ने सीहोर, धार, इंदौर, खंडवा, देवास, सीधी और बैतूल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।