वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक हुआ ‘वीर सावरकर सेतु'(Veer Savarkar Setu’)

मुुंबई: महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बुधवार को हुई कैबिनेट मीटिंग में दो बड़े प्रस्ताव को को मंजूरी दे दी. वर्सोवा और बांद्रा के बीच बन रहे सी लिंक को वीर सावरकर सेतु (Veer Savarkar Setu’) के नाम से जाना जाएगा. इसके अलावा शिवड़ी नव्हा शेवा पुल (मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक) को अटल बिहारी वाजपेयी सेतु के नाम से जाना जाएगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले महीने घोषणा की थी कि मुंबई में आगामी बांद्रा-वर्सोवा समुद्री लिंक का नाम हिंदुत्व विचारक दिवंगत वीडी सावरकर के नाम पर रखा जाएगा. गत 28 मई को वीडी सावरकर की जयंती के अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा था, ‘आगामी बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक का नाम स्वातंत्र्यवीर सावरकर के नाम पर रखा जाएगा. केंद्र सरकार के वीरता पुरस्कारों की तर्ज पर, महाराष्ट्र सरकार भी स्वातंत्र्यवीर सावरकर वीरता पुरस्कार स्थापित करेगी.’
वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक (VBSL) या वेसावे वांद्रे सागरी सेतु आधिकारिक तौर पर स्वातंत्र्य वीर सावरकर सी लिंक मुंबई में एक निर्माणाधीन पुल है. इसकी लंबाई 17.17 किलोमीटर (10.67 मील) है. यह पुल कोस्टल रोड के हिस्से के रूप में अंधेरी के उपनगर वर्सोवा को बांद्रा में बांद्रा.वर्ली सी लिंक से जोड़ेगा. इस 8 लेन के सी-लिंक से वेस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे और मुंबई उपनगरीय रेलवे की पश्चिमी लाइन पर ट्रैफिक कम होने की उम्मीद है. अभी वर्सोवा से बांद्रा की दूरी तय करने में डेढ़ घंटे से अधिक समय लगता है. इस सी लिंक के बन जाने के बाद वर्सोवा से सिर्फ 30 मिनट में बांद्रा पहुंचा जा सकेगा. बांद्रा-वर्सोवा सी लिंक प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 11 हजार 332 करोड़ है. इसका काम 2018 में शुरू हुआ था और 2026 में यह सी-लिंक बनकर तैयार होगा. बांद्रा वर्सोवा सी लिंक पर ऑटर्स क्लब, जुहू लिंक रोड और नाना-नानी पार्क से चढ़ना-उतरना हो सकेगा. बांद्रा, कार्टर रोड, जुहू-कोलीवाड़ा और नाना-नानी पार्क में टोल प्लाजा होगा.