UP में फेस्टिव सीजन में सब्जियों के रेट आसमान पर
त्यौहारों का सीजन शुरू हो चुका है. लेकिन इसके साथ ही सब्जियों की कीमत में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा रही है. पिछले 15 दिनों में सब्जियों के दाम तकरीबन 2 गुना तक बढ़ गए हैं, जिसकी वजह से लोगों के किचन का बजट प्रभावित हो रहा है और लोग त्राहिमाम कर रहे हैं. एक तरफ प्याज के बढ़े हुए दाम लोगों को रुला रहे हैं. वहीं, टमाटर, परवल, भिंडी, टिंडा, बोरा, नेनुआ, बैंगन, शिमला मिर्च और गोभी जैसी सब्जियों की कीमत भी लोगों की बजट के बाहर होती जा रही हैं.
वाराणसी में सब्जियों की बढ़ी कीमत – सब्जियों के बढ़ते दाम से पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी भी अछूता नहीं है. वाराणसी के विशेश्वरगंज सब्जी मंडी में खरीदारी करने आए लोग महंगाई को कोसते नजर आए. लोगों का कहना था कि पहले थोड़े पैसे लेकर आने पर थैला भर करके सब्जी ले जाया करते थे और आज ज्यादा पैसे लाने पर भी सब्जी पूरी नहीं पड़ रही है. पिछले15 दिनों में सब्जियों का भाव डेढ़ गुना से दो गुना तक हो चुका है. टमाटर-प्याज ने सबसे ज्यादा परेशान किया है. तो महिलाओं ने भी घर का बजट बिगड़ने की बात बताई. वहीं, एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि चाहे सब्जी हो या कुछ और सामान महंगाई पेट्रो पदार्थों के बढ़ते दामों की वजह से है. पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों से सब्जी की ढुलाई महंगी हो गई है. इसका असर फुटकर और थोक बाजार पर पड़ रहा है और तो और ग्राहक से भी रोज तकझक हो रहा है.
सब्जियों की महंगाई ने मेरठ में लोगों का बिगाड़ा बजट – मेरठ में लगातार सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. पिछले एक सप्ताह से लगातार सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हो रही है. हालांकि टमाटर के रेट तो स्थिर हैं लेकिन और सब्जियों के रेट लगातार बढ़ते जा रहे हैं. बात टमाटर की करें तो टमाटर के रेट 60 रुपए प्रति किलो के आसपास है. जोकि एक सप्ताह से लगभग स्थिर हैं लेकिन और दूसरी सब्जियों के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. जैसे गोभी, तोरी, भिंडी के रेट में बढ़ोतरी हो रही है. जो तोरी पिछले सप्ताह 20 रुपये किलो थी, वह अब 40 और 50 रुपये किलो बिक रही है. गोभी 10 दिन पहले 30 से 40 रुपये किलो थी अब वह 60 रुपये किलो बिक रही है. भिंडी पहले 30 रुपये किलो थी वह 40 रुपये किलो के आसपास बिक रही है. इस बारे में मंडी के दुकानदार से बात की तो उसका कहना है कि बताया जा रहा है कि बारिश की वजह से लगातार दाम बढ़ रहे हैं.
संगम नगरी में लोगों को रुला रही है सब्जियों की बढ़ी हुई कीमत – संगम नगरी प्रयागराज में भी सब्जियों की महंगाई ने शहर वासियों को परेशान कर रखा है. सब्जियों के दामों में अचानक उछाल आ गया है और दाम आसमान छू रहे हैं. इस वक्त मंडियों में हरी सब्जियां जैसे कि टमाटर, हरा धनिया, हरा प्याज, पालक, फूल गोभी, घीया और टिंडे की बढ़ी हुई कीमतें लोगों की जेब पर कैंची चला रही हैं. दुकानदारों और लोगों का मानना है कि डीजल और पेट्रोल के बढ़ते दामों के कारण ट्रांसपोर्टेशन की वजह से इन सब्जियों के दाम बढ़े हैं. जो लोग किलो दो किलो टमाटर लेते थे आज वो पाव भर या आधा किलो से काम चला रहे हैं. सर्दियों में 20 रुपये के भाव मिलने वाला टमाटर मंडियों में 70 रुपये से 80 रुपये किलो के भाव बिक रहा है. परवल, टिंडा और शिमला मिर्च के दाम 80 से 100 रुपये किलो तक मिल रहे हैं, जिससे आम लोगों को खासी दिक्कत बढ़ गयी है.
कानपुर में महंगाई की मार से टमाटर हुआ लाल तो प्याज ने निकाले आंसू – कानपुर में एक सब्जी विक्रेता ने बताया कि यहां 50 रुपये किलो प्याज बिक रहा है. यही प्याज 15 दिन पहले 25- 30 रुपए प्रति किलो के रेट से बिक रहा था. सब्जी खरीदने आए एक ग्राहक ने बताया कि यहां पर सब्जियों के रेट में दुगने का फर्क हो गया है.
ताज नगरी में कुछ सब्जियों के दाम स्थिर, तो कुछ के भाव बढ़े – आगरा में आलू की कीमतें पिछले 15 दिनों से स्थिर बनी हुई हैं. आलू की कीमत यहां 20 रुपये किलो है. टमाटर की कीमतों में यहां कमी देखने को मिली है. 15 दिन पहले टमाटर करीब 80 रुपये किलो था जो अब गिर कर 50 रुपये किलो हो गया है. इसी तरह मिर्च की कीमत भी 15 दिन पहले 80 रुपये किलो थी लेकिन अब खुदरा बाजार में मिर्च 60 रुपये किलो के हिसाब से बेची जा रही है. शिमला मिर्च बाजार में 80 रुपये किलो के हिसाब से बेची जा रही है. फूलगोभी 20 से 25 रुपये किलो के बीच में खुदरा बाजार में बेची जा रही है. प्याज की कीमतों में जरूर कुछ इजाफा देखने को मिल रहा है. प्याज की कीमत खुदरा बाजार में 50 रुपये किलो हो गई है.
गाजियाबाद में सब्जियों के रेट हुए दो गुना – गाज़ियाबाद में कुछ दिन पहले 20 रुपए किलो के आसपास बिकने वाले प्याज और टमाटर आज की तारीख में 50 और 60 रुपए किलो हो गए हैं. गाजियाबाद सब्जी मंडी वेलफेयर सोसिएशन के अध्यक्ष श्रीपाल यादव बताते हैं कि महज 15 दिन पहले प्याज और टमाटर 20 रुपए किलो थे तो वही तोरई समेत और अन्य सब्जी का भी तकरीबन यही रेट था. लेकिन अब प्याज 50 और टमाटर 60 किलो पहुंच गया है. श्रीपाल यादव के मुताबिक टमाटर सिर्फ हिमाचल से आ रहा है जहां से पूर्ति नहीं हो पा रही है उनके मुताबिक टमाटर अभी एक महीना और ऐसे ही लाल रहेगा.