UP बोर्ड की इंटर की भी परीक्षा रद
लखनऊ। पीएम नरेंद्र मोदी के निर्देश के बाद सीबीएसई तथा आइससी के कक्षा 12 की परीक्षा के रद करने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इंटरमीडिएट की परीक्षा को रद कर दिया है। इसके आगे की रणनीति की घोषणा शाम को की जाएगी।
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा की गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ करीब आधा घंटा की बैठक के बाद सरकार ने उत्तर प्रदेश माध्यमिक परिषद यानी यूनी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा को भी रद कर दिया है। इस बैठक में अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा अराधना शुक्ला भी मौजूद थीं। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब सौ वर्ष के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि कक्षा 10 तथा कक्षा 12 की परीक्षा को रद किया गया है।
डॉ. दिनेश शर्मा के साथ बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 12वीं की परीक्षा को रद करने के निर्णय को मंजूरी दे दी है। उन्होंने डिप्टी सीएम व शिक्षा विभाग के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के बाद अपना निर्णय लिया। सीबीएसई व आइएससी के बाद मध्य प्रदेश के बाद गुजरात व उत्तराखंड की सरकार बोर्ड की परीक्षा रद कर चुकी हैं। इसके बाद अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी यूपी बोर्ड की 12वीं की परीक्षा को रद कर दिया है। इससे पहले यूपी सरकार ने हाईस्कूल की परीक्षा रद कर चुकी है।
सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारियों के साथ करीब 30 मिनट बैठक चली। 10:30 बजे शुरू हुई बैठक 11:00 बजे समाप्त हुई। शिक्षा बोर्ड के द्वारा तैयार की गई कमेटी ने रिपोर्ट मुख्यमंत्री के सामने पेश की। इसमें परीक्षा रद किए जाने के बाद परीक्षार्थियों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए।
26 लाख हैं परीक्षार्थी
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा के लिए 26,09,501 स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं। यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षाएं पहले ही रद्द कर दी गई हैं। सीबीएसई व सीआईसीएसई ने भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने की घोषणा की है। ऐसे में यूपी में भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द करने के कयास लगाए जा रहे हैं। हाईस्कूल का रिजल्ट किस आधार पर तैयार किया जाए। इसके विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। सरकार ने इसके लिए एक अलग कमेटी भी बना दी गई।
बोर्ड सचिव ने प्री बोर्ड के मार्क्स मांगे थे
बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने 22 मई को ही सभी स्कूलों से क्लास 12 के प्री-बोर्ड और 11वीं के छमाही व वार्षिक परीक्षा के अंक मांगे थे, 28 मई तक अधिकांश स्कूल छात्र-छात्राओं के अंक डाटा भी ऑनलाइन पोर्टल पर फीड कर दिया।
डिप्टी सीएम ने क्या कहा?
डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा CBSE परीक्षा रद्द करने के ऐलान के बाद प्रतिक्रिया दी। कहा, ‘उनके लिए हमेशा से ही बच्चों का भविष्य और स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता रही है। कोरोना काल की परिस्थितियों को देखते हुए बच्चों के हित में लिए गए इस निर्णय से न केवल बच्चों को बल्कि उनके अभिभावकों को भी राहत मिलेगी। यह निर्णय भी उसी दिशा में लिया गया कदम है।’
आगे उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की सरकार पहले ही कक्षा 6 से लेकर कक्षा 11 की परीक्षा को रद्द कर चुकी है। ऐसे स्टूडेंट्स को प्रमोट किया जाएगा। अब जल्द ही माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 12वीं की परीक्षा के बारे में मुख्यमंत्री के साथ बैठक करके फैसला लिया जाएगा।
UP बोर्ड की भी तैयारी पूरी है
बोर्ड ने कक्षा 12 की फरवरी में हुई प्रीबोर्ड परीक्षा का रिकॉर्ड मांगा है।
बोर्ड सचिव ने DIOS से 28 मई की शाम तक वेबसाइट पर अंक अपलोड करने का निर्देश दिया था