लखनऊ

केन्द्रीय रक्षा मंत्री, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा मुख्यमंत्री ने 1028 करोड़ रु0 अधिक के निवेश से लखनऊ में विभिन्न विकास परियोजनाओं सहित मुंशी पुलिया फ्लाईओवर एवं खुर्रमनगर फ्लाईओवर का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया!!

लखनऊ – : (14 फरवरी, 2025 ) -: केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां 1028 करोड़ रुपये अधिक के निवेश से विभिन्न विकास परियोजनाओं सहित मुंशी पुलिया फ्लाईओवर एवं खुर्रमनगर फ्लाईओवर का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। ज्ञातव्य है कि पॉलीटेक्निक-मुंशी पुलिया चौराहे पर 04 लेन फ्लाईओवर के निर्माण की लागत 170 करोड़ रुपये से अधिक तथा इन्दिरानगर सेक्टर 25-खुर्रमनगर-कल्याणपुर 4-लेन फ्लाईओवर के निर्माण लागत लगभग 270 करोड़ रुपये है।

  • केन्द्रीय रक्षा मंत्री, केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा मुख्यमंत्री ने 1028 करोड़ रु0 अधिक के निवेश से लखनऊ में विभिन्न विकास परियोजनाओं सहित मुंशी पुलिया फ्लाईओवर एवं खुर्रमनगर फ्लाईओवर का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया
  • प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत तेजी से प्रगति कर रहा, वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा : केन्द्रीय रक्षा मंत्री
  • देश में अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक 10 वर्षों में केवल 1,78,000 करोड़ रु0 खर्च किए गए थे, वहीं प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने वर्ष 2014 से वर्ष 2024 के बीच 10 वर्षों में 28 लाख 52 हजार करोड़ रु0 का निवेश इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किया
  • शीघ्र ही चारबाग से बसंतकुंज के 11.16 किलोमीटर लम्बे मेट्रो रूट का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जाएगा
  • लखनऊ के विकास में अब तक 104 कि0मी0 लम्बा आउटर रिंग रोड और 15 फ्लाईओवर और अण्डर पास बनकर संचालित
  • जिस विजन के साथ उ0प्र0 के मुख्यमंत्री जी ने राज्य के विकास को दिशा दी, वह बहुत महत्वपूर्ण : केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री
  • किसानों के विकास तथा इण्डस्ट्री, ट्रेड और बिजनेस में कैपिटल इन्वेस्टमेण्ट लाकर रोजगार का निर्माण करने, इन दोनों बातों पर उ0प्र0 सरकार ने अच्छा कार्य किया
  • अगले 02 वर्षां में उ0प्र0 का नेशनल हाईवे नेटवर्क अमेरिका से अच्छा होगा
  • केवल प्रयागराज महाकुम्भ के कारण ही जी0डी0पी0 ग्रोथ में 03 लाख करोड़ रु0 का फायदा हुआ
  • प्रदेश में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग विभाग ने अब तक 01 लाख 25 हजार करोड़ रु0 के कार्य पूर्ण किए, लगभग 01 लाख 50 हजार करोड़ रु0 के कार्य प्रगति पर तथा लगभग 01 लाख 50 हजार करोड़ रु0 के कार्य पाइपलाइन में
  • केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने उ0प्र0 के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए अनेक परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान किये जाने की घोषणा की
  • 12 हजार करोड़ रु0 लागत से प्रयागराज से वाराणसी 125 किलोमीटर 6-लेन हाईस्पीड कॉरिडोर तथा लगभग 12 हजार करोड़ रु0 लागत से प्रयागराज में यमुना जी पर नैनी पुल के समानान्तर नया पुल बनाये जाने को मंजूरी
  • प्रदेश में बनने वाले सभी आर0ओ0बी0 के कार्य उ0प्र0 राज्य सेतु निगम को दिये जाने की घोषणा
  • उ0प्र0 को ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के लिए 70 हजार करोड़ रु0 के 09 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर कार्य किया जा रहा
  • 22 हजार करोड़ रु0 की लागत से वाराणसी से कोलकाता 620 किमी0 लम्बे 6-लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य दिसम्बर, 2027 तक पूर्ण हो जाएगा
  • 12 हजार करोड़ रु0 की लागत से 440 कि0मी0 6-लेन भोपाल से कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर का कार्य दिसम्बर, 2026 में पूर्ण होगा
  • 3200 करोड़ रु0 की लागत से रायबरेली-प्रयागराज हाईवे का कार्य पूर्ण, 5500 करोड़ रु0 की लागत से 135 किमी0 लम्बे 04-लेन गाजीपुर-माझीघाट-बलिया ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण कार्य दिसम्बर, 2025 में पूर्ण होगा
  • प्रदेश में 25 हजार करोड़ रु0 की लागत से 06 ग्रीनफील्ड रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी
  • 11 हजार करोड़ रु0 की लागत से अयोध्या से चित्रकूट तक श्रीराम वनगमन मार्ग बनाने का कार्य किया जा रहा
  • प्रदेश में 05 हजार करोड़ रु0 की लागत से 16 रोप-वे मंजूर किये गये
  • नए भारत का उ0प्र0, प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप और सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होकर जन सुविधाओं को और सुदृढ़ कर रहा : मुख्यमंत्री
  • रक्षा मंत्री ने लखनऊ के विकास के साथ ही प्रदेश के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने में अपना मार्गदर्शन और अपना सकारात्मक सक्रिय सहयोग सदैव दिया
  • ‘स्टेट कैपिटल रीजन’ की तर्ज पर लखनऊ के समग्र विकास को आगे बढ़ाया जा रहा
  • लखनऊ को देश की बड़ी मेट्रो सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा
  • यमुना एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जोड़ते हुए लखनऊ को उसका जंक्शन बनाने का कार्य और ग्रीन कॉरिडोर तथा इण्टरनेशनल कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा
  • डबल इंजन सरकार उ0प्र0 के सबसे बड़े महानगर लखनऊ में आमजन के लिए विभिन्न सुविधाएं लगातार विकसित कर रही
  • लखनऊ में एयरो सिटी तथा ए0आई0 सिटी के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा
  • महाकुम्भ के आयोजन के लिए प्रयागराज में इन्फ्रास्ट्रक्चर को और विकसित किया गया
  • श्रद्धालुगण महाकुम्भ से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का संदेश लेकर गए
  • त्रिवेणी संगम में एक माह में 50 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी
  • प्रदेश की अर्थव्यवस्था को महाकुम्भ के आयोजन से लगभग 03 लाख करोड़ रु0 बढ़ोत्तरी होने जा रही

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। इससे पूरा विश्व अचम्भित है। आज भारत विश्व में अर्थव्यवस्था के आकार के मामले में 5वेंं स्थान पर है।

वर्ष 2027 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश होगा।

इस देश में लम्बे समय तक रूरल और अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर की अनदेखी की गई थी। पहली बार इसकी चिंता स्व0 श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने की थी, जिनका लखनऊ संसदीय निर्वाचन क्षेत्र था। विगत 10 वर्षों से प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी जी ने पूरे भारत में इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक क्रांति ला दी है। देश में अर्बन इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक 10 वर्षों में केवल 1,78,000 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। वहीं प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में श्री गडकरी जी ने वर्ष 2014 से वर्ष 2024 के बीच 10 वर्षों में 28 लाख 52 हजार करोड़ रुपये का निवेश इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में किया है।

केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कहा कि आज लखनऊ नगर के इतिहास में अत्यधिक महत्वपूर्ण दिन है, जिसमें पॉलीटेक्निक चौराहे से मुंशी पुलिया तक 171 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 4-लेन फ्लाईओवर तथा इन्दिरा नगर सेक्टर 25 से खुर्रमनगर चौराहे के ऊपर से कल्याणपुर चौराहे के पास तक 2.7 किलोमीटर लम्बा 270 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 4-लेन फ्लाईओवर का लोकार्पण भी यहां सम्पन्न हुआ है। विगत 25 वर्षों में ट्रैफिक में तेजी के साथ वृद्धि हुई है। वहीं लखनऊ जनपद में रजिस्टर्ड वाहनों की संख्या 05 लाख से बढ़कर 29 लाख पार कर गई है। इसलिए आज यहां लोकार्पित हाई-वे आवश्यक थे। उन्होंने कहा कि जितनी गति तेज होगी, उस क्षेत्र का, उस राज्य का और उस देश का तेजी से विकास होगा। जितनी तेज गति, उतनी तेज आर्थिक प्रगति।

केन्द्रीय रक्षा मंत्री जी ने कहा कि लखनऊ को विश्व स्तरीय इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ इन्वेस्टमेंट और बिजनेस हब के रूप में तैयार करने की आवश्यकता है। हमारी कोशिश है कि लखनऊ देश ही नहीं, दुनिया के गिने-चुने शहरों की श्रेणी में गिना जाए।

लोग यह महसूस कर सकें कि अगर हम लखनऊ आकर रहें, तो हमारा भविष्य सुनहरा होगा। केन्द्रीय रक्षा मंत्री जी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने चारबाग से लेकर बसंतकुंज तक लखनऊ मेट्रो के नये रूट के निर्माण का प्रस्ताव को केन्द्र सरकार के पास भेजा है। शीघ्र ही चारबाग से बसंतकुंज के 11.16 किलोमीटर लम्बे मेट्रो रूट का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जाएगा। पिछली बार श्री गडकरी ने लखनऊ के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट से सम्बन्धित करोड़ों रुपये के प्रस्तावों को स्वीकृति दी थी। केन्द्रीय रक्षा मंत्री ने कार्यक्रम में लखनऊ के इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट से सम्बन्धित करोड़ों रुपये के विभिन्न नये प्रस्तावों को रखा, जिस पर श्री गडकरी ने इन प्रस्तावों पर सहमति व्यक्त की।

लखनऊ के विकास में अब तक 104 कि0मी0 लम्बा आउटर रिंग रोड और 15 फ्लाईओवर और अण्डर पास बनकर गतिमान हैं। इसमें जनपद में 08 फ्लाईओवर और अण्डरपास का निर्माण कार्य किया जा रहा है। लखनऊ-कानपुर हाई-वे बनी तक 6-लेन का कार्य पूरा हो चुका है। 67 कि0मी0 लम्बे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कर आगामी 03 माह में पूरा कर लिया जाएगा। इससे लखनऊ से कानपुर की दूरी मात्र 40 मिनट में पूरी होगी।

गोमती नगर रेलवे स्टेशन जैसा भारत में कोई भी रेलवे स्टेशन देखने को नहीं मिलेगा। चारबाग रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, आलमनगर सैटेलाइट स्टेशन, ऐशबाग स्टेशन, बादशाहनगर स्टेशन का नवीनीकरण हो चुका है। ट्रांसपोर्टनगर एवं उतरठिया स्टेशन का उच्चारण करके रेलवे आवागमन को और सुगम बनाने के कार्य किया जा रहे हैं। लखनऊ एयरपोर्ट को भी अपडेट करने का कार्य हो चुका है। अब हवाई पट्टी लगभग 700 मी0 बढ़ाई जा रही है, जिससे दुनिया से आने वाले हवाई जहाज भी लखनऊ में उतर सकेंगे।

केन्द्रीय रक्षा मंत्री जी ने कहा कि अयोध्या में भगवान श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा और वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम बन जाने के बाद अन्तरराष्ट्रीय धार्मिक पर्यटकों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है। साथ ही, लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश की आर्थिक वृद्धि भी तेजी के साथ हुई है। इस चतुर्दिक विकास के फलस्वरूप रियल एस्टेट, वेयरहाउसिंग, होटल इण्डस्ट्रीज, विशेषज्ञ चिकित्सा हेतु अस्पतालों की श्रृंखला लखनऊ में तेजी के साथ बढ़ी है। प्रदेश के डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के विभिन्न नोड्स में कई उद्योग स्थापित हो रहे हैं। यहां पर ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण कार्य का उद्घाटन भी आगामी मई-जून में होगा। मुख्यमंत्री जी ने स्टेट कैपिटल रीजन की घोषणा की है। इसके विकसित हो जाने के बाद आर्थिक प्रगति में तेजी आएगी।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने भारत को विश्वगुरू बनाने के संकल्प लिया है। वॉटर, पावर, ट्रांसपोर्ट तथा कम्युनिकेशन-यह चार मूलभूत इन्फ्रास्ट्रक्चर हैं। देश को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था तथा पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने के लिए हमें अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास करना होगा। यदि इन्फ्रास्ट्रक्चर का विकास होगा, तो कैपिटल इन्वेस्टमेण्ट तथा उद्योग एवं व्यापार में वृद्धि, रोजगार का निर्माण होगा तथा गरीबी दूर होगी। हमारा देश विश्वगुरू बनेगा। इस कार्य में राज्यों की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।

मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि विद्युत, पानी तथा सड़क की अच्छी व्यवस्था होना उद्योग लगाने के लिए मूलभूत आवश्यकता है। अच्छी सड़कें न होने से लॉजिस्टिक की कॉस्ट बढ़ती है, जिससे उद्योगपति निवेश के लिए तैयार नहीं होते। अमेरिका और यूरोपीय देशों की लॉजिस्टिक्स कॉस्ट 12 प्रतिशत तथा चीन की 08 प्रतिशत है। भारत में यह 16 प्रतिशत है। आने वाले 02 वर्षां में हमनें इसे 09 प्रतिशत पर लाने का संकल्प लिया है। इससे हमारा एक्सपोर्ट डेढ़ गुना बढ़ेगा, देश के करोड़ों युवाओं को रोजगार मिलेगा तथा भारत समृद्ध होगा।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि हमारा देश बदल रहा है। सबसे अच्छी बात है कि उत्तर प्रदेश बदल रहा है। जिस विजन के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने राज्य के विकास को दिशा दी है, वह बहुत महत्वपूर्ण है। एक ओर किसानों के विकास के लिए एग्रीकल्चर, रूरल, ट्राइबल, जल, जमीन, जंगल तथा जानवर पर आधारित विश्व की सफल तकनीकों को लाकर इनका विकास करना और दूसरी ओर इण्डस्ट्री, ट्रेड और बिजनेस में कैपिटल इन्वेस्टमेण्ट लाकर रोजगार का निर्माण करना, इन दोनों बातों पर उत्तर प्रदेश सरकार ने अच्छा कार्य किया है।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारा रोड नेटवर्क अमेरिका से आगे निकल गया है। अगले 02 वर्षां में उत्तर प्रदेश का नेशनल हाईवे नेटवर्क अमेरिका से अच्छा होगा। इससे लॉजिस्टिक्स कॉस्ट घटेगी तथा प्रदेश का एक्सपोर्ट बढ़ेगा। ट्रेड, बिजनेस तथा इण्डस्ट्री का विकास होगा। मुख्यमंत्री जी ने पहले ही प्रदेश को समृद्ध बनाने के लिए कानून व्यवस्था के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किया है। आज उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य नहीं है। केवल प्रयागराज महाकुम्भ के कारण ही जी0डी0पी0 ग्रोथ में 03 लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है। टैक्सी, होटल तथा रेस्टोरेण्ट वालों को बहुत काम मिला है।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेस-वे जर्मनी की ऑटोमेटेड इन्टेलीजेण्ट मशीन गाइडेड कन्सट्रक्शन (ए0आई0एम0जी0सी0) तकनीक से बना है। इस तकनीक से कार्य की गुणवत्ता की पहचान तुरन्त हो जाती है। हम क्वॉलिटी से कोई समझौता नहीं करेंगे। अगले 04 माह में प्रधानमंत्री जी द्वारा इसका उद्घाटन कराया जाएगा। यदि भारत का विकास होना है, तो उत्तर प्रदेश का विकास अनिवार्य है। इसके लिए प्रदेश में हमारे विभाग ने अब तक 01 लाख 25 हजार करोड़ रुपये के कार्य पूर्ण किये हैं। लगभग 01 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के कार्य प्रगति पर हैं तथा लगभग 01 लाख 50 हजार करोड़ रुपये के कार्य पाइपलाइन में हैं।

वाराणसी से कोलकाता तथा गोरखपुर से सिलीगुड़ी तक इन 02 सड़कों की लागत सवा लाख करोड़ रुपये से डेढ़ लाख करोड़ रुपये के बीच है। इनके सम्बन्ध में राज्य सरकार की ओर से क्लियरेन्स मिल जाने पर एक ही दिन में इनका भूमि पूजन कर दिया जाएगा।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने उत्तर प्रदेश के इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए अनेक परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान किये जाने की घोषणा की। उन्होंने 3100 करोड़ रुपये लागत से 65 किलोमीटर आगरा-अलीगढ़ सड़क मार्ग, 2100 करोड़ रुपये लागत से 45 किलोमीटर रायबरेली-जौनपुर सड़क मार्ग के निर्माण को मंजूरी दी।

1100 करोड़ रुपये लागत से बरेली में 29 किलोमीटर बाईपास निर्माण, 200 करोड़ रुपये लागत से मुंगरा बादशाहपुर में 2-लेन बाईपास, एन0एच0 328-ए का 1700 करोड़ रुपये लागत से 61 किलोमीटर पेव्ड शोल्डर मार्ग का निर्माण को मंजूरी प्रदान की। उन्होंने 12 हजार करोड़ रुपये लागत से प्रयागराज से वाराणसी 125 किलोमीटर 6-लेन हाईस्पीड कॉरिडोर तथा लगभग 12 हजार करोड़ रुपये लागत से प्रयागराज में यमुना जी पर नैनी पुल के समानान्तर नया पुल बनाये जाने को मंजूरी प्रदान की।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने सी0आर0एफ0 के अन्तर्गत 01 हजार करोड़ रुपये के कार्यां को मंजूरी प्रदान की। इनमें शहीद पथ पर 45 करोड़ रुपये की लागत से सर्विस रोड तथा अण्डरपास, 120 करोड़ रुपये लागत से महमूदाबाद-कुर्सी-लखनऊ रोड आर0ओ0बी0, 30 करोड़ रुपये लागत से नगराम-नीलमथा आर0ओ0बी0 तथा सेतु बन्ध योजना में 100 करोड़ रुपये की मंजूरी दी। उन्होंने प्रदेश में बनने वाले सभी आर0ओ0बी0 के कार्य उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम को दिये जाने की घोषणा की।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज फ्लाईओवर को इस वित्तीय वर्ष में स्वीकृति प्रदान कर दी जाएगी। उन्होंने लखनऊ रिंग रोड पर सीतापुर रोड को मंजूरी प्रदान किये जाने की घोषणा की। सुलतानपुर रोड से अयोध्या रोड को जोड़ने वाले किसान पथ में 10 किलोमीटर लम्बे सेप्रेट 02-लेन निर्माण के लिए डी0पी0आर0 बनाये जाने के आदेश दिए गए हैं।
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश को ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित करने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये के 09 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर कार्य किया जा रहा है। 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी से कोलकाता 620 किमी0 लम्बे 6-लेन के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य दिसम्बर, 2027 तक पूर्ण हो जाएगा। 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से 440 किमी0 06-लेन भोपाल से कानपुर इकोनॉमिक कॉरिडोर का कार्य दिसम्बर, 2026 में पूर्ण होगा।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि दिल्ली से देहरादून तक 216 किमी0 लम्बी सड़क का अगले 02 से 03 माह में उद्घाटन होगा। यह सड़क उत्तर प्रदेश से होकर जाती है। प्रदेश में इन्वेस्टमेंण्ट की दृष्टि से यह बहुत उपयोगी होगी। आगरा से ग्वालियर के मध्य 05 हजार करोड़ रुपये की लागत से 90 किमी0 लम्बे हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। 3200 करोड़ रुपये की लागत से रायबरेली-प्रयागराज हाईवे का कार्य पूर्ण हो गया है। 5500 करोड़ रुपये की लागत से 135 किमी0 लम्बे 4-लेन गाजीपुर-माझीघाट-बलिया ग्रीनफील्ड हाईवे का निर्माण कार्य दिसम्बर, 2025 में पूर्ण होगा।केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि प्रदेश में 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 06 ग्रीनफील्ड रिंग रोड के निर्माण को मंजूरी दी गयी है। इनमें 10 हजार करोड़ रुपये की लागत से कानपुर रिंग रोड, 07 हजार करोड़ रुपये की लागत से प्रयागराज रिंग रोड, 04 करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या रिंग रोड, 02 हजार करोड़ रुपये की लागत से गोरखपुर रिंग रोड, 1600 करोड़ रुपये की लागत से वाराणसी रिंग रोड तथा 1274 करोड़ रुपये की लागत से प्रतापगढ़ बाईपास को मंजूरी दी गयी है।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि ब्रज 84 कोसी परिक्रमा का डी0पी0आर0 बना लिया गया है। 4500 करोड़ रुपये की इस परियोजना का कार्य शीघ्र शुरू किया जाएगा। 11 हजार करोड़ रुपये की लागत से अयोध्या से चित्रकूट तक श्रीराम वनगमन मार्ग बनाने का कार्य किया जा रहा है। यह वर्ष 2026 तक पूर्ण हो जाएगा। 15 हजार करोड़ रुपये लागत से अयोध्या से जनकपुर, नेपाल तक बनने वाले श्रीराम जानकी मार्ग का कार्य वर्ष 2028 में पूरा होगा।

केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने बुद्ध सर्किट के अन्तर्गत 22 हजार करोड़ रुपये की लागत से सारनाथ, बोधगया, नालंदा, कुशीनगर, कपिलवस्तु तथा श्रावस्ती मार्ग को 04-लेन करने का कार्य किया है। उत्तर प्रदेश में 05 हजार करोड़ रुपये की लागत से 16 रोप-वे मंजूर किये गये हैं। इनमें वाराणसी में कैण्ट स्टेशन से नमो घाट तथा कैण्ट स्टेशन से गोदौलिया, प्रयागराज में आदि शंकर विमान मण्डपम, वृन्दावन, सहारनपुर में माँ शाकुम्भरी देवी तथा महोबा में गोरखगिरि पहाड़ी के रोप-वे शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि नए भारत का उत्तर प्रदेश प्रधानमंत्री जी की भावनाओं के अनुरूप और सभी प्रकार की अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त होकर जन सुविधाओं को और सुदृढ़ कर रहा है। आज लखनऊ को 1000 करोड़ रुपये से अधिक लागत की परियोजनाओं की सौगात देश के रक्षा मंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री के कर-कमलों से प्राप्त हुई है। इसके तहत 440 करोड़ रुपये लागत की राष्ट्रीय राजमार्ग की 02 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का लोकार्पण और लगभग 600 करोड़ रुपये लागत की अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास सम्पन्न हुआ है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश की राजधानी को अत्यधिक सुविधाओं से युक्त करने और पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेई जी के सपनों का लखनऊ बनाने के लिए लखनऊ के लोकप्रिय सांसद और देश के रक्षा मंत्री प्रतिबद्ध हैं। रक्षा मंत्री ने लखनऊ के विकास के साथ ही प्रदेश के विकास को तेजी से आगे बढ़ाने में अपना मार्गदर्शन और अपना सकारात्मक सक्रिय सहयोग सदैव हमें दिया है। उन्होंने उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर के लखनऊ नोड में भारत डायनामिक्स के ब्रह्मोस मिसाइल के निर्माण कार्यक्रम को आगे बढ़ाने तथा भारत डायनामिक्स के एक बड़े प्रोजेक्ट को झांसी नोड में देकर डिफेंस कॉरिडोर के कार्यक्रम को आगे बढ़ाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि ‘स्टेट कैपिटल रीजन’ की तर्ज पर लखनऊ के समग्र विकास को आगे बढ़ाया जा रहा है। लखनऊ को देश की बड़ी मेट्रो सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। किसान पथ का निर्माण, इण्टरनेशनल एयरपोर्ट सहित विभिन्न कार्य किये गये हैं। यमुना एक्सप्रेस-वे को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के साथ जोड़ते हुए लखनऊ को उसका जंक्शन बनाने का कार्य और ग्रीन कॉरिडोर तथा इण्टरनेशनल कन्वेंशन सेण्टर का निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। डबल इंजन सरकार उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े महानगर लखनऊ में आमजन के लिए विभिन्न सुविधाएं लगातार विकसित कर रही है। लखनऊ में एयरो सिटी तथा ए0आई0 सिटी के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है।

श्रद्धालुगण महाकुम्भ में पहली बार श्री अक्षयवट, सरस्वती कूप व पातालपुरी के दर्शन कर रहे हैं। यह सभी एक नये कॉरिडोर के रूप में विकसित हुए हैं। स्वतंत्रता के पश्चात वर्ष 2019 तक आम जन और श्रद्धालु इन स्थानों पर नहीं पहुंच पाते थे। डबल इंजन सरकार और रक्षा मंत्री के कारण आज श्रद्धालुजन इन स्थानों के दर्शन कर पा रहे हैं। महाकुम्भ के आयोजन के लिए प्रयागराज में इन्फ्रास्ट्रक्चर को और विकसित किया गया है। यहां पर रेलवे की बेहतरीन सुविधा प्रदान की गई है। सैकड़ां की संख्या में मेला स्पेशल ट्रेनों को संचालित किया जा रहा है। एयर कनेक्टिविटी के लिए 40 रेगुलर फ्लाइट प्रतिदिन प्रयागराज को देश के अलग-अलग कोनों से जोड़ रही हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि श्रद्धालुगण महाकुम्भ से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ का संदेश लेकर गए हैं। इस प्रकार का आयोजन दुनिया में कहीं नहीं हो सकता। सिर्फ डबल इंजन सरकार द्वारा ही इस प्रकार का आयोजन किया जा सकता है। त्रिवेणी संगम में एक माह में 50 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगायी है।

प्रयागराज महाकुम्भ में सर्वाधिक श्रद्धालु सड़क मार्ग से आए हैं। सड़क मार्ग की बेहतरीन कनेक्टिविटी प्रदान करने का श्रेय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री को जाता है। उन्होंने महाकुम्भ के आयोजन के पहले स्वयं आकर एक-एक कार्य की समीक्षा की। युद्ध स्तर पर कार्यों को आगे बढ़ाया गया। परिणामस्वरुप मौनी अमावस्या के दिन 08 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इतने बड़े आयोजन के लिए डबल इंजन सरकार ने प्रयागराज को रिंग रोड की सौगात प्रदान की। लखनऊ-रायबरेली-प्रयागराज कनेक्टिविटी को 06 लेन की कनेक्टिविटी के साथ जोड़ा। प्रयागराज शहर की सड़कों को फ्लाईओवर के साथ जोड़ा गया। 02 लेन को 4-लेन तथा 4-लेन को 6-लेन के साथ जोड़ने का कार्य किया गया। सड़क, परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग मंत्रालय को महाकुम्भ से सम्बन्धित जो भी प्रस्ताव भेजे गये, वह सभी प्रस्ताव मंत्री जी ने स्वीकृत करते हुए महाकुम्भ को भव्य एवं दिव्य बनाने में अपना पूरा योगदान दिया। आज उसका परिणाम है कि प्रतिदिन करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु महाकुम्भ में आकर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।

महाकुम्भ के महात्म्य को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट ने 22 जनवरी, 2025 को त्रिवेणी संगम में सामूहिक रूप में आस्था की डुबकी लगायी। गंगा नदी में शास्त्री ब्रिज के समानान्तर एक ब्रिज तथा नैनी में यमुना नदी पर सिग्नेचर ब्रिज के समानान्तर भी एक नए ब्रिज की आवश्यकता है। प्रयागराज में हर वर्ष माघ का स्नान तथा हर 06 वर्ष पर कुम्भ तथा 12 वर्ष पर महाकुम्भ का आयोजन किया जाता है। इन आयोजनों के साथ जो भी विकास सम्बन्धी कार्य किये जाते हैं, वह पर्यटन को आगे बढ़ाते हैं। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रयागराज महाकुम्भ-2025 से 50 से 55 करोड़ लोग जुड़ेंगे। इससे उत्तर प्रदेश और देश की इकोनॉमी को बूस्ट मिलेगा। अनुमानतः उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को महाकुम्भ के आयोजन से लगभग 03 लाख करोड़ रुपये बढ़ोत्तरी होने जा रही है। 6,000 करोड़ रुपये में 1,500 करोड़ रुपये महाकुम्भ के आयोजन में खर्च हुए हैं और शेष प्रयागराज शहर के विकास पर खर्च हुए हैं। बदले में उत्तर प्रदेश को 03 लाख करोड़ रुपये का लाभ होता हो तथा प्रदेश की अर्थव्यवस्था सुदृढ हो रही हो, तो यह उत्तर प्रदेश की जनता और ‘नए भारत के नए उत्तर प्रदेश’ के लिए अत्यंत उपयुक्त एवं समीचीन है। प्रधानमंत्री जी के प्रेरणा से ‘नए भारत का नया उत्तर प्रदेश’ ग्रोथ इंजन के रूप में स्थापित हो रहा है।

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