पूरे देश में लागू हो समान नागरिक संहिता(Civil Code )

चंडीगढ़. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि समान नागरिक संहिता कानून (Civil Code ) को पूरे भारत में लागू किया जाना चाहिए. वे चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के एनआईडी फाउंडेशन के बैनर तले पहले ऑल इंडिया माइनॉरिटी कॉनक्लेव के मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. इसमें सभी धर्मों से जुड़े वक्ता भी शामिल हुए और उन्होंने अपने-अपने धर्म, माइनॉरिटी से संबंधित अपने विचार रखे. आयोजनकर्ता चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा देश में माइनॉरिटी समुदाय अमृत काल में कैसे प्रगति कर रहा है इस पर चर्चा की गई है.
चांसलर सतनाम सिंह संधू ने कहा कि केंद्र सरकार ने बीते 8 सालों में जितना अच्छा काम और जितनी पॉलिसी बनाई हैं, उतनी तो बीते 75 सालों में भी नहीं बनी. केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि यह कार्यक्रम के लिए मैं मुबारकबाद देता हूं और ऐसे आयोजन होते रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि समान नागरिक अधिकार को लेकर एक बात हमारे दिमाग में स्पष्ट होनी चाहिए कि यह संवैधानिक उद्देश्य है. उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू कोड बिल कई वर्षों से लागू है. यह धारणा है कि समान नागरिक अधिकार सभी समुदायों की पहचान को मिटा देती है लेकिन यह धारणा निराधार है.
सरकार का व्यवसाय, संविधान के अनुसार चलाया जाए
राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि समान नागरिक अधिकार केवल विशेष रूप से महिलाओं के लिए न्याय की एकरूपता सुनिश्चित करेगी. पंजाब के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच तनाव पर राज्यपाल खान ने कहा कि संवैधानिक प्रावधान की भूमिका से, यह सुनिश्चित करना राज्यपाल का कर्तव्य है कि सरकार का व्यवसाय, संविधान के अनुसार चलाया जाए. यदि राज्यपाल स्पष्टीकरण मांगता है, तो यह उसका कर्तव्य है. कोई भी राज्यपाल इसमें बाधा बनना पसंद नहीं करता है. सरकार के कामकाज और सभी को संविधान में निर्धारित भूमिकाओं और पदों का सम्मान करना चाहिए.