कौन लड़ेगा चुनाव, पूर्व विधायक के बेटों में रस्साकशी – मंगलौर उपचुनाव
मंगलौर उपचुनाव में बसपा का प्रत्याशी कौन होगा इसको लेकर पूर्व विधायक हाजी सरवत करीम अंसारी के तीनों बेटों में रस्साकशी चल रही है। पूर्व विधायक सरवत करीम अंसारी के उत्तराधिकारी को लेकर परिवार में एक राय नहीं बन पा रही है जिसके कारण कार्यकर्ता और समर्थक परेशान है। उधर, बीएसपी नेता भी मौका देख रहे हैं। अगर एक राय नहीं बनी तो हो सकता है कि परिवार से बाहर के किसी नेता को बसपा उपचुनाव लडने का मौका दे दे। वहीं भाजपा इस बार मंगलौर से पूर्व मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद को उतार सकती है जिनकी मौजूदगी में बसपा और कांग्रेस के लिए चुनाव आसान नहीं होगा।
तीनों बेटों में किसका पलड़ा भारी
हाजी सरवत करीम अंसारी का पिछले दिनों देहांत हो गया था, वो दिल की बिमारी से जूझ रहे थे। बसपा से विधायक सरवत करीम के तीन बेटे हैं। इनमें सबसे बड़े जुनैद करीम अंसारी पेशे से वकील हैं जबकि दूसरे नंबर पर उबेदुर रहमान उर्फ मोंटी हैं और तीसरे नंबर पर आमित अंसारी हैं। तीनों ही राजनीति में सक्रिय हैं लेकिन सबसे ज्यादा मोंटी अपने पिता के साथ सक्रिय रहे हैं।
मंगलौर उपचुनाव हालांकि पहले जुनैर और उबेदुर रहमान में ही ज्यादा कंपीटिशन था लेकिन अब तीसरे बेटे ने भी ताल ठोंक दी है। वरिष्ठ पत्रकार आरिफ नियाजी ने बताया कि फिलहाल तीनों बेटों में हाजी साहब के जगह चुनाव लडने को लेकर विवाद जारी है।
चूंकि सबसे ज्यादा दूसरे नंबर के मोंटी ही राजनीति में सक्रिय हैं तो उनको लेकर ज्यादातर लोगों का झुकाव है। हालांकि आमिर अंसारी भी सक्रिय हैं।
लेकिन एक राय बनाना आसान नहीं हो रहा है। मंगलौर उपचुनाव उन्होंने बताया कि फिलहाल परिवार के जिम्मेदार लोगों ने कोशिश की हैं लेकिन बात नहीं बनी। अगर बात नहीं बनती है तो फिर अंसारी बिरादरी के जिम्मेदार लोगों को हस्तक्षेप करना पडेगा। हालांकि उबेदुर रहमान उर्फ मोंटी ने अपना चुनाव प्रचार भी शुरु कर दिया हैं। वो लोगों से मिलजुल रहे हैं।
एक राय नहीं बनी तो तीसरे को मिलेगा मौका
वहीं ये भी बात सामने आ रही है कि अगर तीनों बेटों में एक राय नहीं बन पाई और विवाद जारी रहा तो बसपा परिवार से बाहर किसी तीसरे व्यक्ति को उपचुनाव में मौका दे सकती है। इसमें अंसारी समाज से कोई दूसरा चेहरा या फिर हाजी सरवत करीम अंसारी के किसी करीबी पर दांव खेला जा सकता है। हाजी सरवत करीम अंसारी के समर्थक रहे एडवोकेट खालिद काजिमी ने बताया कि फिलहाल एक राय बनाने के प्रयास जारी है। जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा। परिवार से ही कोई एक चुनाव लडेगा और उपचुनाव में भी जीत को दोहराया जाएगा।