सोशल मीडिया से लिया दहशत फैलाने की ट्रेनिंग
आजमगढ़ । आजमगढ़ (panic) के मुबारकपुर से UP ATS द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी सबाउद्दीन आजमी के इंटरनेशनल कनेक्शन सुरक्षा एजेसियां खंगाल रही है। सुरक्षा एजेसियों को मिले हैं कि सबाउद्दीन का आतंकी संगठन ISIS के साथ पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से कनेक्शन था। सबाउद्दीन ने बम बनाने की ट्रेनिंग (panic) सोशल मीडिया से ली थी।
गोरखपुर ब्लास्ट में भी आजमगढ़ के आतंकी तारिक काजमी का नाम सामने आया था। हालांकि तारिक काजमी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई जा चुकी है। आतंकी संगठनों से जुड़े लोगों के लिए आजमगढ़ सबसे सुरक्षित पनाह बन गया था। सबाउद्दीन को आतंकी संगठनों ने टारगेट दिया था कि अपने जिले के लोगों को भी आतंक की ट्रेनिंग दें, जिससे तबाही मचाई जा सके।
ISIS रिक्रूटर अबू उमर से वह संपर्क में था। अबू उमर ने सोशल मीडिया से हैंड ग्रेनेड, बम और आईईडी बनाने की ट्रेनिंग दी, जिससे मुजाहिद संगठन तैयार कर भारत में इस्लामिक स्टेट स्थापित किया जा सके।2006 में वाराणसी के संकट मोचन हनुमान मंदिर में हुए सीरियल धमाकों के बाद आजमगढ़ के रेलवे स्टेशन पर लावारिश कार बरामद हुई थी।
इस कार में शराब की बोतलें भी मिली थीं। 2007 में गोरखपुर में हुए ब्लास्ट के बाद भी आजमगढ़ के रैदोपुर कॉलोनी में एक लावारिश कार बरामद हुई थी। उसके वॉट्सऐप ग्रुप में 20 से ज्यादा विदेशी संगठनों से बातचीत सामने आई है। आतंकी के निशाने पर RSS, भाजपा के साथ पुलिस कार्यालय और इन दलों के प्रमुख लोग थे। वह विदेश जाने की तैयारी में जुटा था।