झूठ बोलने या बर्दाश्त करने के भी बहुत साइड इफेक्ट्स( side effects)
नई दिल्लीज्यादातर लोग कहते हैं कि उन्हें झूठ बोलने वाले लोग पसंद नहीं है लेकिन जब बात होती है प्यार की, तो फिर कई बार पार्टनर का बोला गया झूठ वे बर्दाश्त भी कर जाते हैं। झूठ बोलने या बर्दाश्त करने के भी बहुत साइड इफेक्ट्स ( side effects) होते हैं, झूठ बोलने वाला व्यक्ति भीतर से हमेशा डरता है। उसे लगता है कि कहीं उसका झूठ पकड़ा न जाए। वहीं, झूठ को किसी कड़वी दवा की तरह पी जाने वाले लोगों के अंंदर धीरे-धीरे गुस्सा भरने लग जाता है। वहीं, पार्टनर को लेकर उनके विश्वास में भी कमी आती जाती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि हर बार पार्टनर का झूठ सुनकर चुप रहने की बजाय कुछ बातों पर गौर किया जाए। आप अगर पार्टनर का झूठ पकड़ लेते हैं, तो आपको कुछ बातें समझनी चाहिए।
आपको अगर पार्टनर के साथ लम्बा रिश्ता रखना है, तो आपको इस बात को दबाकर नहीं रखना चाहिए बल्कि उनसे खुलकर बात करें और वजह पूछें कि आखिर किस वजह से पार्टनर ने झूठ बोला है और वह अब बातें क्यों छुपाने लगा है।
थोड़ा टाइम दें
ऐसा भी हो सकता है कि पार्टनर किसी वजह से आपको अचानक कोई बात न बता रहा हो लेकिन बाद में बताने के बारे में सोचा हो। वजह जो भी हो लेकिन अचानक पता चलते ही आप रिएक्ट न करें बल्कि कुछ इंतजार जरूर करें।
हिंट दें
आपने अगर पार्टनर का कोई बड़ा झूठ पकड़ लिया है, तो उन्हें हिंट दें, जिससे पता चले कि आपको सीक्रेट पता चल गया है। इससे हो सकता है कि आपका पार्टनर शर्मिदा होकर सारी बातें बता दे लेकिन आपको आराम से बातें सुननी है ना कि गुस्सा उतारना है।
गैप दें
आपको अगर लगता है कि अब बात करने से बात नहीं बन पाएगी, तो पार्टनर को गैप जरूर दें। इससे आपसे दूर रहकर हो सकता है कि उन्हें कुछ बातें समझ में आए और वे झूठ के बारे में सोच-समझकर आपसे बातें शेयर करें।
वार्निंग दें
आपका पार्टनर अगर आपको सच बता देता है, तो उसे वार्निंग दें कि आगे से अगर उसने कोई भी झूठ बोला, तो इसका असर रिलेशनशिप पर पड़ेगा। आप पार्टनर को समझाएं कि रिलेशनशिप के लिए यह आदत कितनी बुरी है।