टोस्टर डिवाइस ने बनाई पहली बार ऑक्सीजन

दुनियाभर (oxygen) के वैज्ञानिक सालों से मंगल ग्रह पर जीवन की संभावना ढूंढ रहे हैं। इसके लिए यहां ऑक्सीजन और पानी बनाने की कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा को एक बड़ी सफलता हासिल हुई है। बता दें कि दुनिया की कई स्पेस एजेंसीज इंसानों को मार्स पर भेजने की तैयारी (oxygen) कर रही हैं।
चीन 2033 तक लोगों को मंगल पर पहुंचाना चाहता है, तो वहीं SpaceX के CEO एलन मस्क 2029 तक इंसान को मार्स पर भेजने की प्लानिंग कर रहे हैं।डिवाइस पर 7 एक्सपेरिमेंट्स किए गए और हर बार इसने 6 ग्राम प्रति घंटा ऑक्सीजन बनाई। धरती की तुलना में इतनी ऑक्सीजन एक छोटा पेड़ बना लेता है।
एक मौके पर तो इसने 10.4 ग्राम प्रति घंटा ऑक्सीजन पैदा की।दरअसल, मार्स पर भेजे गए टोस्टर के आकार के एक डिवाइस ने पहली बार ऑक्सीजन बनाई है। यह स्टडी साइंस एडवांस जर्नल में प्रकाशित हुई है।यानी, इससे 1 से 3 किलोग्राम ऑक्सीजन प्रति घंटा बन सकती है। हेच का कहना है कि इस तकनीक को और एडवांस बनाना बड़ी चुनौती नहीं होगी।
MOXIE का सफल होना मंगल पर लोगों को भेजने और आत्मनिर्भर बनाने की संभावना के लिए बहुत अच्छी खबर है।इसे नासा के पर्सीवरेंस रोवर मिशन के साथ ही मंगल पर पिछले साल भेजा गया था। रिसर्चर्स की मानें तो MOXIE फरवरी 2021 से लगातार मार्स के कार्बन डाइऑक्साइड से भरपूर वातावरण में ऑक्सीजन बनाने में कामयाब हुआ है।