हड्डी रोग विशेषज्ञ न होने से लूट रहे तीमारदार डेढ़ वर्ष के लंबे अंतराल हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी से जूझता सीएचसी प्राइवेट नसिंग होम की इलाज को मजबूर मरीज !

विचार सूचक – ( ब्यूरो रिपोर्ट ) फतेहपुर – बिंदकी फतेहपुर काफी लंबे समय से हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी को दूर करने का प्रयास किए जा रहे है लेकिन काफी प्रयास के बाद भी किसी हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती सीएचसी में नही हो पाई है जिससे चलते मरीजों को लेकर तीमारदार प्राइवेट अस्पतालों की चक्कर में फस कर लूट रहे है। विभाग के काफी कवायत के बाद हड्डी रोग विशेषज्ञ की तैनाती नही हो सकी। कस्बे को बेहतर स्वास्थ सेवा देने के मंशा से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन 3 दशक पर तत्कालीन स्वास्थ मंत्री के द्वारा सयुक्त स्वास्थ भवन के रूप में किया गया था लेकिन कुछ ही समय बाद सुविधाओ के अभाव के चलते अस्पताल मात्र सीएचसी बनकर रह गया है।
सीएचसी के उद्घाटन के बाद से हड्डी रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात डॉक्टर अनिल गुप्ता ने लगभग डेढ़ दशक तक तक ड्यूटी करते रहे। लेकी उनका तबादला कानपुर के ऊर्सीला अस्पताल में हो जाने बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी से जूझता रहा उसके बाद करीब 18 साल बाद डॉ मनीष चौरसिया की तैनाती हड्डी रोग विशेषज्ञ के रूप में कर हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी को दूर किया गया लेकिन लगभग दो वर्ष बाद तबादला होने के बाद से हड्डी रोग विशेषज्ञ की कमी के कारण मरीजो व तीमारदारों को दूर दराज के अस्पतालों में भटकना पड़ता है। चिकित्सक की ना होती में मरीज प्राइवेट क्लिनिक सेंटरों में मनमाना रुपया देकर इलाज कराने को मजबूर होते है।