Three students killed in car collided with DCM on Hardoi Highway.
लखनऊ – हरदोई राजमार्ग पर गड्ढों की भरमार है। इन गड्ढ़ों ने रविवार देर रात इंटीग्रल यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे तीन छात्रों की जान ले ली, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। चारों कार से रामपुर से कालेज लौट रहे थे। इसी दौरान कार का पहिया एक गड्ढ़े में चला गया और वाहन अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा कर दूसरे लेन में डीसीएम से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में तीन छात्रों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक का इलाज चल रहा है।
मलिहाबाद इंस्पेक्टर नित्यानंद सिंह ने बताया कि चांदपुर गांव के पास रविवार देर रात करीब डेढ़ बजे हरदोई की तरफ से तेज रफ्तार कार आ रही थी। कार अचानक से आए गड्ढे में जाने से बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराने के बाद सड़क के दूसरी तरफ जाकर पलट गई। इस बीच वहां से गुजर रहे डीसीएम ने कार में टक्कर मार दी।
Three students killed in car collided with DCM on Hardoi Highway.
पुलिस ने बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कार में फंसे चार युवकों को दरवाजा काटकर किसी तरह बाहर निकाला और उन्हें मलिहाबाद सीएचसी लेकर गए। डाक्टरों ने तीन युवकों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक की हालत गंभीर देख उसे ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।छानबीन के दौरान पुलिस ने शवों की शिनाख्त बदायूं वाली मस्जिद, शाहाबाद गेट, जिला रामपुर निवासी अयान अहमद खान (22), ग्राम अजीतपुर, थाना सिविल लाइंस, जिला रामपुर निवासी अमान अंसारी (22) और 801 एल्डिको गार्डन, रायपुरवा, थाना अनवरगंज, कानपुर निवासी अशरफ (23) के रूप में की।
इंस्पेक्टर के मुताबिक घायल छात्र सैयद ताहा गुडंबा के कल्याणपुर स्थित विवेक आनंदपुर, रिंग रोड का रहने वाला है। चारों छात्र दोस्त थे और गुडंबा की एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र थे। चारों रामपुर से लखनऊ लौट रहे थे, इसी बीच यह हादसा हुआ।डाक्टर हैं अशरफ के पिताकानपुर निवासी अशरफ के पिता अनीस अंसारी डाक्टर हैं। वह बेटे को भी चिकित्सक बनाना चाहते थे। अशरफ की मां गृहणी हैं।
घटना की जानकारी मिलने के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। अशरफ का एक भाई अरहम व बहन उरूज है। पोस्टमार्टम हाउस पर सोमवार को छात्राें के घरवाले, दोस्त और रिश्तेदार पहुंचे। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था।
रामपुर के अयान के पिता तौफीक की कोरोना काल में मौत हो गई थी। तब वह घर चला गया था। तौफिक ग्रामीण अभियंत्रण सेवा में इंजीनियर थे, जबकि अमान के पिता हनीफ पोल्ट्री फार्म चलाते हैं। दोस्त को रामपुर लेने गए थे अयान रामपुर में था और उसे मंगलवार रात में ट्रेन से लखनऊ आना था। अयान ने ट्रेन का रिजर्वेशन भी करवा लिया था। हालांकि किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। दोस्त को रामपुर से लाने के लिए सैयद ताहा रिजवी ने योजना बनाई और अमान को लेकर कानपुर गया और अशरफ को साथ ले लिया। इसके बाद तीनों अयान को लेने रामपुर चले गए। वहां से चारों लखनऊ आ रहे थे, उसी दौरान यह हादसा हो गया।