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अद्भुत खगोलीय घटना के गवाह बने हजारों लोग(हजारों लोग)

नई दिल्ली: साल के पहले और 54 साल के सबसे लंबे पूर्ण सूर्य ग्रहण ने सोमवार को उत्तरी अमेरिका को अपने आगोश में ले लिया और लाखों लोग इस अद्भुत खगोलीय घटना के गवाह बने. इसमें आम लोगों के साथ वैज्ञानिक भी शामिल थे. साथ ही यह मौका हजारों लोगों  (हजारों लोग) के लिए पार्टी करने का भी एक बहाना बना. इसके लिए होटलों ने भी खास प्रबंध किए थे तो माहौल उत्‍सवी हो उठा. मेक्सिको के प्रशांत तट पर स्‍थानीय समय के अनुसार सुबह 11:07 पर सूर्य और पृथ्‍वी के बीच चंद्रमा के आने से अंधेरा छा गया. इसके कुछ ही देर बाद अमेरिका में भी ऐसी ही स्थिति बनी.
पूर्ण सूर्य ग्रहण के पथ में आने वाले स्‍थानों पर यह मौका बेहद खास रहा. लोगों में इसे लेकर जबरदस्‍त उत्‍सुकता देखी गई. इन जगहों पर त्‍योहार जैसा माहौल था. यहां तक की सूर्य ग्रहण के दौरान बड़ी संख्‍या में शादियों की भी योजना भी बनाई गई. हालांकि टेक्‍सास में बादल छाए रहने से लोगों को निराशा हुई.

मैक्सिको के राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर ने मजातलान के रिसॉर्ट से सूर्य ग्रहण को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए सिनालोआ राज्‍य का दौरा किया और इस घटना को “बहुत सुंदर, अविस्मरणीय दिन” बताया.

इस दृश्‍य को देखने के लिए हजारों लोग मेक्सिको सिटी में एकत्र हुए. 29 साल के कलाकार मारियाना जुआरेज ने एएफपी को बताया, “ये पृथ्वी और प्रकृति द्वारा दिए गए अवसर हैं जिनका हमें लाभ उठाना चाहिए.”

चंद्रमा जब पृथ्‍वी और सूर्य के बीच होता है तो उसकी छाया पृथ्‍वी पर पड़ती है. चंद्रमा की छाया के पथ को समग्रता का पथ कहा जाता है. सूर्य ग्रहण का यह पथ करीब 115 मील चौड़ा है और करीब 3.20 करोड़ अमेरिकयों का घर है. वहीं 15 करोड़ लोग इस पथ से 200 मील से कम दूरी पर रहते हैं.

नासा ने ट्वीट कर कहा, “हमें 2024 के पूर्ण सूर्य ग्रहण का पहला दृश्य मिल रहा है क्योंकि इसकी छाया मेक्सिको के माजातलान में पड़ रही है.”

वैज्ञानिकों के लिए बड़ा अवसर है सूर्य ग्रहण

वैाानिकों के लिए भी यह सूर्य ग्रहण बड़ा अवसर है. नासा ने लंबी दूरी के रेडियो कम्‍युनिकेशन के लिए महत्वपूर्ण वायुमंडल की ऊपरी परत आयनमंडल में अचानक अंधेरे के कारण होने वाले परिवर्तनों को मापने के लिए ग्रहण से पहले, उसके दौरान और उसके तुरंत बाद ध्वनि रॉकेटों की तिकड़ी लॉन्च करने की योजना बनाई.

साथ ही ग्रहण ने सूर्य के वायुमंडल की बाहरी परत यानी सूर्य के कोरोना का अध्ययन करने का एक सुनहरा अवसर भी प्रदान किया है. आमतौर पर सतह की रोशनी में यह छिपी रहती है. उपग्रहों से लेकर बिजली ग्रिड तक हर चीज पर इसका व्यापक प्रभाव पड़ता है.

कोरोना की सुदंरता दिखाई दे रही है : माइकल किर्क

नासा के हेलियोफिजिसिस्ट माइकल किर्क ने कहा, “कुछ ऊंचे बादल हैं लेकिन कोरोना की सुंदरता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है.” साथ ही उन्‍होंने कहा, “आप उस संरचना को देख सकते हैं, दिल को छू लेने वाली यह सुंदर है.”

वह इस बात से रोमांचित थे कि सूर्य अपने 11 वर्षीय चक्र के चरम के करीब था, जिसके परिणामस्वरूप एक असममित कोरोना बना है. जैसे ही सूर्य ग्रहण हुआ, आश्चर्यजनक ‘डायमंड रिंग’ इफेक्‍ट नजर आया, जबकि शुक्र और बृहस्पति जैसे ग्रह कुछ देर के लिए आकाश में दिखाई दिए.

पिछले ग्रहणों के दौरान जानवरों का चौंकाने वाला व्यवहार देखा गया है. जैसे ही अंधेरा खत्म होता है, मुर्गे बांग दे सकते हैं और यह मानते हैं कि सुबह हो गई है.

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