यूपी में रुक-रुककर पड़ेंगी बौछारें
कानपुर । यूपी (Intermittently) में बीते 1 हफ्ते से मानसून (Intermittently) पूरी तरह सक्रिय है। मौसम विज्ञान केंद्र के आंकड़ों के मुताबिक 30 जून से अभी तक यूपी में 132.6 मिमी. बारिश ही दर्ज की जा चुकी है। यह जुलाई के संभावित 300 मिमी. के लक्ष्य से 50% भी नहीं है। मानसून में जुलाई में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जाती है। खेतों में बारिश का पानी भरने से मौसम बुआई के लिए अनुकूल बना हुआ है।
धान की बुआई करीब 2 हफ्ते लेट से शुरू हुई है। मंगलवार सुबह को भी कानपुर, लखनऊ, झांसी, कानपुर देहात, कन्नौज,फर्रुखाबाद, इटावा समेत अन्य जिलों में घने बादल छाए हुए हैं। हालांकि, कानपुर समेत आसपास के जिलों में रात में तेज हवाओं के साथ बारिश होती रही। यूपी में देरी से शुरू हुई बारिश के करीब 70 परसेंट किसानों ने बुआई नहीं की थी।
अब बारिश होने से किसानों ने खेतों में धान की रोपाई का काम तेज कर दिया है। अधिकतम तापमान 32.2 और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री तक आ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक सोमवार को पूरे यूपी में ओवरऑल 6.5 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई।मौसम में नमी का स्तर 90 परसेंट तक बना हुआ है। बारिश के साथ ठंडी हवाओं ने मौसम को खुशनुमा बना दिया है।