पोस्टर लगाने को लेकर हुआ दो पक्षों (two parties) में विवाद

शिवमोगा (कर्नाटक). कर्नाटक के शिवमोगा में स्थानीय आमिर अहमद सर्कल पर हिंदुत्व के प्रतीक विनायक दामोदर सावरकर और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाने को लेकर दो समूहों(two parties) के बीच विवाद के कारण इलाके में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई है, जिससे अधिकारियों को निषेधाज्ञा लागू करने को मजबूर होना पड़ा है. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह के मद्देनजर एक समूह ने सावरकर का पोस्टर आमिर अहमद सर्कल पर लगे बिजली के खंभे के शीर्ष पर बांधने की कोशिश की थी, जिस पर दूसरे समूह ने आपत्ति जताई थी. दूसरा समूह वहां टीपू सुल्तान का पोस्टर लगाना चाहता था.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कथित तौर पर कुछ लोगों द्वारा पोस्टर को बदलने या क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया था, जिससे क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति पैदा हो गई, क्योंकि दोनों पक्षों के लोग बड़ी संख्या में वहां जमा हो गए थे. स्थिति को नियंत्रित करने और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा. अधिकारियों ने उस स्थान पर राष्ट्रीय तिरंगा लगा दिया है, जहां दोनों समूह पोस्टर लगाना चाहते थे.
भारतीय जनता पार्टी और अन्य हिंदू समूहों ने विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि उन्हें सावरकर का पोस्टर लगाने की अनुमति दी जाए और उनके आदर्श का अपमान करने के लिए दूसरे समूह के खिलाफ कार्रवाई की जाए. अधिकारियों ने क्षेत्र में अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और पूरे शहर में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू करने का दावा किया है.