मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए – ममता बनर्जी
पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और टीएमसी बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद मीडिया रिपोर्टों पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि मीडिया मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए क्योंकि वे गुमराह करते हैं. नए सचिवालय भवन पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कलकत्ता हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव से तीन से चार साल से लंबित अदालती मामलों को हल करने का भी आग्रह किया और साथ ही अधिक महिला न्यायाधीशों पर जोर दिया.
हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस से अपील करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कई मामले 3-4 साल से लंबित हैं, उन्हें हल करें. मुझे पता है कि आप अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्हें मंजूरी मिलनी चाहिए.
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मुख्यमंत्री ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और टीएमसी बीरभूम जिला अध्यक्ष अनुब्रत की गिरफ्तारी के बाद मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कोई मीडिया ट्रायल नहीं होना चाहिए. बदनाम करने की कोशिश मत करो.
इसके बजाय वास्तविक न्यूज को दिखाया जाए. न्याय कभी भी एकतरफा नहीं हो सकता. यह निष्पक्ष होना चाहिए. लोकतंत्र में न्यायपालिका और मीडिया महत्वपूर्ण स्तंभ हैं. यदि कोई विश्वसनीयता खो देता है तो दूसरे स्तंभ भी प्रभावित होते हैं.
बता दें कि पिछले महीने बंगाल के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी कथित सहयोगी अर्पिता मुखर्जी को भर्ती घोटाले के सिलसिले में ईडी ने गिरफ्तार किया गया था.जांच एजेंसी ने घोटाले में छापेमारी के सिलसिले में करीब 50 करोड़ रुपये की नकदी, विदेशी मुद्रा, आभूषण और सोने के बिस्कुट बरामद किए थे. चटर्जी तृणमूल कांग्रेस सरकार में 2014 से 2021 तक शिक्षा मंत्री थे. चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद, उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया और तृणमूल कांग्रेस से निलंबित कर दिया गया.तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाध्यक्ष मंडल को पिछले सप्ताह 2020 के पशु तस्करी मामले में गिरफ्तार किया गया था.