अंतराष्ट्रीय

परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित  (परमाणु )

सेंट पीटर्सबर्ग (रूस): रूस-यूक्रेन युद्ध में जिन परमाणु  (परमाणु ) हथियारों के इस्तेमाल को लेकर पूरी दुनिया आशंकित थी, उस पर राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया है। पुतिन ने बता दिया है कि वह यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं?…राष्ट्रपति ने कहा कि रूस को यूक्रेन में जीत हासिल करने के लिए परमाणु हथियारों का उपयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं है। क्रेमलिन की ओर से यह अब तक का सबसे मजबूत संकेत है कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप का सबसे घातक संघर्ष परमाणु युद्ध की ओर नहीं बढ़ेगा। पुतिन के इस ऐलान से पश्चिम समेत पूरी दुनिया ने राहत की सांस ली है।

बता दें कि पुतिन ने फरवरी 2022 में जब यूक्रेन में सेना भेजने का आदेश दिया था, तो उन्होंने कई मौकों पर कहा था कि रूस अपनी रक्षा के लिए जरूरत पड़ने पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। हालांकि परमाणु हमले करने के इस विचार के पीछे पुतिन ने पश्चिम की टिप्पणियों को जिम्मेदार बताया। मगर उन्होंने अब साफ कर दिया कि यूक्रेन से युद्ध जीतने के लिए परमाणु हमले की कोई जरूरत नहीं है।

सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम के पूर्ण सत्र में एक प्रभावशाली रूसी विश्लेषक मॉडरेटर सर्गेई कारागानोव ने सवाल पूछा था कि क्या रूस को यूक्रेन के ऊपर परमाणु गन रखनी चाहिए? इस पर पुतिन ने कहा कि ऐसे हथियार के इस्तेमाल की कोई जरूरत नहीं है।

सिर्फ एक स्थिति में इस्तेमाल कर सकते हैं परमाणु हथियार
पुतिन ने कहा कि वह फिलहाल यूक्रेन से युद्ध जीतने के लिए परमाणु हथियार का इस्तेमाल नहीं करेंगे। मगर बेहद असाधारण परिस्थितियों में देश की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए ख़तरा होने की स्थिति में इसका इस्तेमाल संभव हैं। हालांकि मुझे नहीं लगता कि ऐसी कोई परिस्थिति आएगी, जब इसके इस्तेमाल की जरूरत पड़े। मॉस्को ने 2014 में क्रीमिया को यूक्रेन से छीन लिया था। अब जापोरिज्जिया, खेरसॉन, लुहांस्क और दोनेत्स्क नामक चार अन्य यूक्रेनी क्षेत्रों को भी अपने देश का अभिन्न अंग मानता है। ऐसी स्थिति में अगर कीव उन्हें वापस लेने के लिए कवायद करता है तो परमाणु हमले की आशंका बढ़ जाती है।

यूक्रेन ने खाई ये कसम
इस बीच यूक्रेन ने क्रीमिया सहित रूस के अन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं। साथ ही अपने सभी क्षेत्रों से रूसी सेनाओं को खदेड़ने की कसम खाई है। पुतिन ने कहा कि जिन परिस्थितियों में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जा सकता है, उन्होंने रूस के परमाणु सिद्धांत में बदलाव से इंकार नहीं किया है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो रूस परमाणु हथियार का परीक्षण कर सकता है। हालांकि उन्हें फिलहाल ऐसा करने की कोई जरूरत नहीं दिखती। परमाणु हमलों के बारे में रूस के प्रमुख आर्थिक मंच पर सार्वजनिक बहस क्रेमलिन की ओर से परमाणु भय को कम करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

हालांकि रूसी और अमेरिकी राजनयिक अब यूक्रेन युद्ध को सबसे खतरनाक चरण की ओर बढ़ने की आशंका जाहिर कर रहे हैं। दुनिया के लगभग 90% परमाणु हथियार रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के पास हैं।

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