भूख से मरने की कगार पर गौशाला में बेजुबान नंदी और गाय

रेवाड़ी । हरियाणा (verge of death) के जिला रेवाड़ी के कस्बा धारूहेड़ा में बनी गौशाला में बेजुबान नंदी और गाय भूख से मरने की कगार (verge of death) पर हैं, क्योंकि उन्हें खाने के लिए पर्याप्त चारा नहीं मिल रहा।
सरकारी स्तर पर 31 जुलाई को ही चारा मिलना बंद हो चुका। पत्र में साफ निर्देश हैं कि धारूहेड़ा नगर पालिका अगस्त माह के चारे के संबंध में शेष राशि 4 लाख रुपए का भुगतान करते हुए 24 अगस्त तक उन्हें अवगत कराएं, लेकिन धारूहेड़ा नगर पालिका ने कोई प्रबंध नहीं किया।
गौशाला कमेटी अपने स्तर पर इंतजाम करने में जुटी है। वहीं सरकारी स्तर पर सिर्फ पत्राचार के अलावा कोई समाधान नहीं निकला है। नौबत यह आ गई है कि शुक्रवार की रात तो चारा बिल्कुल खत्म हो गया।
टेंडर खत्म होने के बाद इसे दोबारा से शुरू कराने के लिए पिछले 27 दिनों से गौशाला प्रबंधन कमेटी नगर पालिका धारूहेड़ा और DMC से अनुरोध करती रही, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई, जबकि चारा खत्म होता चला गया।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद गौशाला में प्रबंधन का कार्य देखने वाले पदाधिकारियों ने अपने स्तर पर चारे का प्रबंध किया। अब हालात यह हो गए हैं कि चारा बिल्कुल खत्म हो गया।
2 साल पहले धारूहेड़ा कस्बे के गरीब नगर में निकाय विभाग की 7 एकड़ जमीन पर गौशाला बनाई गई थी। गौशाला का नाम नंदू गौशाला और उपचार सेंटर रखा गया। निकाय विभाग ने इस पर 30 लाख रुपए खर्च किए।
गौशाला प्रबंधन के लिए बनी कमेटी ने गांव-गांव जाकर 50 लाख रुपए से ज्यादा एकत्रित करके इसे भव्य गौशाला का रूप दिया। गौशाला में इस समय 550 नंदी और 100 गाय रखी गई हैं। गौशाला में पशुओं के चारे के लिए सरकारी स्तर पर टेंडर छोड़ा गया।