उत्तर प्रदेश
रेलवे सुरक्षा बल ने दर्शायी अनुकरणीय एवं उल्लेखनीय कार्यशैली परिजनों से बिछड़े 195 यात्रियों को पुनः परिवार से मिलवाया और 186 बीमार यात्रियों को मेडिकल सुविधा प्रदान की !
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लखनऊ -: उत्तर रेलवे, लखनऊ मण्डल के रेलवे सुरक्षा बल द्वारा महाकुम्भ-2025 के अंतर्गत यात्रियों एवं श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ मानवीय दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया जा रहा है। आईजी, आरपीएफ, उत्तर रेलवे, श्री पंकज गंगवार के मार्गदर्शन तथा मण्डल रेल प्रबंधक, श्री एस. एम. शर्मा के दिशा-निर्देशों पर कार्य करते हुए वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त, श्री देवांश शुक्ला द्वारा महाकुम्भ-2025 के प्रारम्भ से एक सुनियोजित नीति का निर्माण करते हुए आरपीएफ के सभी जवानों को यात्रियों और श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ हर परिस्थिति में सहायता व मधुर व्यवहार करने का मूलमंत्र दिया गया था।
इसी मूलमंत्र को आरपीएफ के जवानों द्वारा चरितार्थ करते हुए स्टेशनों एवं रेल गाड़ियों से यात्रा के दौरान महाकुम्भ की भीड़ में अपने परिजनों से बिछुड़े हुए 195 यात्रियों को तत्काल कार्यवाही करते हुए उनके परिजनों से मिलवाया गया तथा 186 बीमार यात्रियों को मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाई गई । लखनऊ मंडल परिक्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों जैसे- प्रयाग जं., फाफामऊ जं., प्रयागराज संगम, वाराणसी जं. अयोध्या धाम एवं अयोध्या कैंट. स्टेशनों पर अपने परिजनों से बिछुड़ गए बच्चों, महिलाओ व बुर्जुगों को बचाने व उनको सकुशल उनके परिजनों के सुपुर्द करने हेतु विशेष टीम और खोया-पाया केंद्रों का गठन किया गया, जिसमें विभिन्न भाषाओं की जानकारी रखने वाले आरपीएफ स्टाफ को तैनात किया गया है,
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स्टेशनों पर भारी भीड़ के दौरान जैसे ही खोया-पाया सहायता केन्द्र पर अपने परिजनों से बिछुड़े बच्चों, महिलाओ व बुर्जुगों की सूचना प्राप्त होती है, इसपर तत्काल कार्यवाही करते हुए आरपीएफ टीम के द्वारा सम्पूर्ण स्टेशन परिसर में अनाउंसमेंट कराने के साथ-साथ सीसीटीवी के माध्यम से बिछुड़े व्यक्ति की पहचान कर उनके परिजनों से मिलवाया जाता है I यदि सीसीटीवी के माध्यम से गुमशुदा व्यक्ति ट्रेन से किसी दिशा की ओर जाते हुए दिखाई देता है तो ऐसी स्थिति मे तत्काल अगले स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ को जानकारी देकर ट्रेन को सर्च कराकर गुमशुदा व्यक्ति को खोज कर उसके परिजनों से मिलवाया जाता है।
इस पुनीत कार्य में आरपीएफ के कर्मी निरंतर चौबीस घंटे कार्य करते हुए परिवारजनों से बिछुड़े हुए सभी बच्चों, महिलाओं व बुर्जुगों को उनके परिजनों से मिलाने व उनके अमूल्य जीवन को उपयुक्त सुरक्षा उपलब्ध कराने हेतु निरन्तर तत्पर हैं। ज्ञात हो कि रेलवे सुरक्षा बल विभाग के 1523 कर्मचारी प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ जंक्शन एवं प्रयागराज संगम स्टेशनों पर कार्य कर रहे हैं। इन स्टेशनों पर यात्रियों के सामान एवं संदिग्धों की धर पकड़ के लिए 03 डॉग स्क्वायड और उनके 06 हैंडलर भी कार्य कर रहे हैं, ताकि किसी भी अप्रिय घटना पर अंकुश लगाया जा सके और संदिग्ध व्यक्तियों और अनाधिकृत सामान की पहचान की जा सके।
इसी क्रम में अयोध्या एवं वाराणसी पर स्थित मंडल के स्टेशनों पर भी 556 रेलवे सुरक्षा बल के कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है जिनके द्वारा यात्री सुरक्षा एवं सुविधा, भीड़ तथा यात्री प्रबंधन के कार्यों को भली भांति संपन्न किया जा रहा है। एकीकृत कमांड सेंटर से स्टेशन की प्रत्येक गतिविधि का सूक्ष्मता से निरीक्षण करते हुए रेल सुरक्षा बल जहां एक ओर अपने सुरक्षा व्यूह से स्टेशन पर आनेजाने वाले यात्रियों के सामान और जानमाल की रक्षा करता है वहीं दूसरी ओर यात्री एवं भीड़ प्रबंधन और यात्री सेवा-सत्कार में भी अपना बहुमूल्य योगदान प्रदान कर रहा है I