नवचयनित अधिकारियों ने निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया !
लखनऊ: 23 मार्च, 2023 – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के युवाओं के सपनों की उड़ान को मंजिल देने के लिए मिशन रोजगार संचालित है। आज यहां उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से चयनित लगभग 500 अभ्यर्थियों को विभिन्न विभागों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण की कार्यवाही सम्पन्न हो रही है। यह युवाओं के हौसलों को नयी उड़ान देने के लिए प्रधानमंत्री जी के विजन को आगे बढ़ाने का कार्यक्रम है। इसके लिए प्रदेश में शासकीय सेवाओं में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के साथ-साथ निजी निवेश के माध्यम से भी करोड़ों युवाओं के लिए नौकरी/रोजगार की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में निष्पक्ष एवं पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा विभिन्न विभागों के लिए चयनित 496 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र वितरण के कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इनमें उपजिलाधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक, अग्निशमन अधिकारी, अधीक्षक कारागार, उप कारापाल कारागार, खण्ड विकास अधिकारी, सहायक नगर आयुक्त, पशु चिकित्साधिकारी, उप निबन्धक, नायब तहसीलदार सहित लोक निर्माण विभाग, आवास एवं शहरी नियोजन विभाग, नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और नगर विकास विभाग के सहायक अभियन्ता, औद्योगिक विकास विभाग के सहायक भण्डार क्रय अधिकारी, वित्त एवं लेखाधिकारी, सहायक निदेशक उद्यान, प्रबन्धक (सिविल/विद्युत/यांत्रिक), अभियन्ता (विद्युत/यांत्रिक/इलेक्ट्राॅनिक्स) एवं कार्मिक अधिकारी के अभ्यर्थी शामिल थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कुछ नव चयनित अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। उन्होंने ई-अधियाचन पोर्टल का बटन दबाकर उद्घाटन भी किया।
मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित अभ्यर्थियों तथा उनके परिजनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बासन्तीय नवरात्रि के अवसर पर नवचयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्राप्त होना, आदि शक्ति मां भगवती की कृपा का सबसे अच्छा उदाहरण है। उत्तर प्रदेश ने विगत 06 वर्षों मंे अच्छी छलांग लगाते हुए नई यात्रा और नई दूरी तय की है। आज प्रदेश के नौजवानों के लिए राज्य में ही नौकरी और रोजगार की सम्भावनाएं हैं। विगत 06 वर्षों में पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया तथा बिना किसी भेदभाव के प्रदेश मंे साढ़े पांच लाख युवाओं को सरकारी नौकरी प्रदान की गई है। उत्तर प्रदेश की उन सभी नियामक संस्थाओं में शुचिता व पारदर्शिता देखने को मिल रही है, जिनपर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों की नियुक्ति प्रक्रिया को ससमय सम्पन्न कराने का दायित्व है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के युवा जब देश व दुनिया में कहीं भी जाते हैं, तो उन्हंे अपने राज्य तथा देश के बारे में बताने में कोई संकोच नहीं होता, बल्कि गौरव की अनुभूति होती है। शासन की कार्यपद्धति में पारदर्शिता से राज्य का पर्सेप्शन बदलने में देर नहीं लगती, यह उत्तर प्रदेश में सभी ने देखा है। 06 पूर्व इन्हीं नौजवानों के सामने प्रदेश के बाहर अपनी पहचान का संकट था। प्रदेश में विकास की कोई सोच नहीं थी। विकास कार्यों में माफिया हावी थे। लोग यह मान चुके थे कि उत्तर प्रदेश सुधरेगा नहीं। विगत 06 वर्षों में राज्य ने साबित किया है कि उत्तर प्रदेश असीम सम्भावनाओं का प्रदेश है। जब प्रदेश के युवा को राज्य में ही सम्मान मिलना प्रारम्भ हुआ, तो उसने भी अपनी प्रतिभा का उपयोग प्रदेश के विकास के लिए किया है। इसके परिणाम हम सबके सामने हैं। ‘ईज आॅफ डुइंग बिजनेस’ तथा ‘ईज आॅफ लिविंग’ के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रदेश आगे बढ़ा है।
प्रदेश में सुरक्षा का बेहतरीन वातावरण बना है। विगत 06 वर्षों मंे प्रदेश में कोई दंगा नहीं हुआ है। आज प्रदेश में बेटियां सुरक्षित हैं। प्रदेश की कानून-व्यवस्था को नजीर के रूप में देखा जा रहा है। प्रदेश में हाल ही में सम्पन्न यू0पी0 ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के आयोजन में विभिन्न सेक्टर्स के लिए लगभग 35 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। इसके माध्यम से प्रदेश में लाखों नौजवानों को नौकरी व रोजगार से जोड़ने में सफलता प्राप्त होगी। राज्य का इन्फ्रास्ट्रक्चर तेजी के साथ आगे बढ़ा है। यहां एक्सप्रेस-वे तथा एयर कनेक्टिविटी तेजी के साथ बढ़ रही है। इण्टर स्टेट कनेक्टिविटी को बेहतर किया गया है। यह प्रदेश की इकोनाॅमी की बैकबोन हैं। प्रदेश में वाटर-वे का निर्माण हुआ है। गांव हो या शहर सभी जगह परिवर्तन देखने को मिला है। यह सभी कार्य प्रशासन में स्थिरता तथा स्थायित्व देने और शुचिता व पारदर्शी कार्य प्रणाली को प्रोत्साहित करने से सम्भव हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में देश का सबसे बड़ा एम0एस0एम0ई0 बेस है। पहले यह दम तोड़ रहा था। प्रदेश सरकार ने ‘एक जनपद, एक उत्पाद’, विश्वकर्मा श्रम सम्मान तथा माटी कला बोर्ड के रूप में इसकी ब्राॅण्डिंग की। इसके परिणामस्वरूप 01 करोड़ 61 लाख से अधिक युवाओं को एम0एस0एम0ई0 में रोजगार से जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना तथा विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के माध्यम से 60 लाख से अधिक युवा उद्यमियों को अपना स्टार्टअप लगाने, उद्यम लगाने या एम0एस0एम0ई0 स्थापित करने के लिए बैंकों के साथ जोड़कर उन्हें आर्थिक स्वावलम्बन की ओर अग्रसर किया गया है। वर्ष 2017 से पूर्व उत्तर प्रदेश की बेरोजगारी दर 18-19 प्रतिशत थी, जो वर्तमान में घटकर 03-04 प्रतिशत हो गयी है।
प्रदेश के युवा को तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाने के लिए 02 करोड़ युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराने की कार्यवाही चल रही है। अब तक 20 लाख युवाओं को टैबलेट/स्मार्टफोन उपलब्ध कराये जा चुके हैं। उत्तर प्रदेश के युवाओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए प्रदेश से बाहर न जाना पड़े, इसके लिए पहले चरण में मण्डल स्तर पर मुख्यमंत्री अभ्युदय कोचिंग की व्यवस्था की गयी है। जनपद स्तर पर भी इस कार्यक्रम को युद्धस्तर पर आगे बढ़ाया जा रहा है। यह प्रसन्नता का विषय है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के माध्यम से चयनित 43 अभ्यर्थियों का चयन अभ्युदय कोचिंग में पढ़ने वाले अभ्यर्थियों में से हुआ है। यह दिखाता है कि राज्य सरकार द्वारा उठाये गये कदम उत्तर प्रदेश तथा देश के युवाओं के लिए सार्थक एवं सकारात्मक हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार की योजनाओं को काॅमन मैन तक पहुंचाने के लिए नवचयनित अभ्यर्थी सेतु का काम कर सकते हैं। आपकी बड़ी भूमिका है। सरकार की आपसे अपेक्षा है कि किसी भी नागरिक के साथ जाति, मत, मजहब, क्षेत्र अथवा भाषा के आधार पर कोई भेदभाव न हो। भारत के सभी नागरिकों का देश के संसाधन पर पूरा अधिकार है। प्रत्येक नागरिक को सम्मान के साथ जीने, आगे बढ़ने तथा देश के विकास में योगदान करने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए। यह कार्य आप ईमानदारी पूर्वक और बेहतरीन तरीके से कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनता के साथ संवाद बनाना, जनसुनवाई करना, उसे कोई परेशानी न हो, उनका उत्पीड़न न हो तथा शासन द्वारा मिलने वाली योजनाओं का लाभ उन्हें ससमय प्राप्त हो, इसके लिए तकनीकी का उपयोग करके शासन ने इन कार्याें को शुचितापूर्ण तरीके से आगे बढ़ाने का प्रयास किया है। इसमें नवचयनित अभ्यर्थी भी अपने स्तर पर बेहतर योगदान दे सकते हैं। आप जिन विभागों से जुड़े हैं, वे जनता से जुड़े हुए विभाग हैं। हमें जनसुनवाई तथा संवेदनशील प्रशासन देने के लिए अपने आपको तैयार करना होगा। सेवा के प्रारम्भिक 10 वर्षाें में परिश्रम के साथ किये गये आपके कार्य आगे के 30-35 वर्षाें के लिए नींव का कार्य करेंगे। नींव जितनी मजबूत होगी, उस पर बनने वाला भवन, उतना ही टिकाऊ होता है। अपनी कार्य पद्धति के माध्यम से आप पूरे विभाग में अपनी छाप छोड़ने का कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि सभी नवचयनित अभ्यर्थी प्रदेश की जनभावना के अनुरूप पारदर्शिता के साथ अपनी प्रतिभा और स्वयं को साबित करेंगे।
कार्यक्रम में नवचयनित अधिकारियों ने अपने अनुभव तथा विचार व्यक्त करते हुए निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया के लिए मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। नवचयनित अधिकारियों ने कहा कि वे सभी एडमिनिस्ट्रेशन विथ ह्यूमन टच तथा नागरिक केन्द्रित प्रशासन देने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री जी के कुशल नेतृत्व में पूरी निष्ठा से कार्य करेंगे। आत्मनिर्भर भारत तथा आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की संकल्पना को साकार करने के लिए सभी अधिकारी तत्पर हैं।
ज्ञातव्य है कि समूह ‘ख’ एवं ‘ग’ के रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही को शीघ्रता से सम्पन्न कराने के लिए सीधे भर्ती की रिक्तियों का अधियाचन उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग को आॅनलाइन प्रेषित किये जाने हेतु राज्य सरकार द्वारा ‘ई-अधियाचन’ पोर्टल विकसित किया गया है। इसके माध्यम से विभागों द्वारा आयोगों को समय से त्रुटिरहित अधियाचन प्रेषित किये जा सकेंगे और आयोगों द्वारा समय से विज्ञापन निकालकर चयन की कार्यवाही सुनिश्चित की जा सकेगी।
ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री जी ने नवचयनित 02 उप जिलाधिकारी, 02 पुलिस उपाधीक्षक, 06 सहायक अभियन्ता, 01 कारागार अधीक्षक, 02 खण्ड विकास अधिकारी, 01 सहायक नगर आयुक्त, 02 पशु चिकित्सा अधिकारी, 02 उप निबन्धक, 02 प्रबन्धक तथा 02 नायब तहसीलदार को नियुक्ति पत्र प्रदान किये।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक, जल शक्ति मंत्री श्री स्वतंत्र देव सिंह, पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री श्री धर्मपाल सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री श्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नन्दी’, नगर विकास मंत्री श्री अरविन्द कुमार शर्मा, लोक निर्माण मंत्री श्री जितिन प्रसाद, स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रवीन्द्र जायसवाल, कारागार एवं होमगार्ड्स राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मवीर प्रजापति, औद्योगिक विकास राज्यमंत्री श्री जसवन्त सिंह सैनी, जल शक्ति राज्यमंत्री श्री रामकेश निषाद, कारागार राज्यमंत्री श्री सुरेश राही, नगर विकास राज्यमंत्री श्री राकेश राठौर ‘गुरु’, ग्राम्य विकास राज्यमंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री मनोज कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक श्री डी0एस0 चैहान, अपर मुख्य सचिव कार्मिक श्री देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं नवचयनित अभ्यर्थी उपस्थित थे।