अंतराष्ट्रीय

चीन के इशारों पर चलने लगे मालदीव के नए राष्ट्रपति!(नए राष्ट्रपति!)

माले. मालदीव के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति  (नए राष्ट्रपति!) मोहम्मद मुइज्जू ने अपनी जीत के बाद एक छोटे लेकिन रणनीतिक रूप से मजबूत देश के रूप में मालदीव को पेश करने की रणनीति अपनाई है. चीन समर्थक माने जाने वाले मोइज्जू ने देश में विदेशी सैन्य मौजूदगी को खत्म करने का संकल्प दोहराया है. शनिवार को हुए चुनाव में जीत के बाद अपनी पहली सार्वजनिक रैली को संबोधित करते हुए 45 साल के मुइज्जू ने भारत का नाम नहीं लिया, जो इस द्वीपसमूह में सैन्य तैनाती वाली एकमात्र विदेशी ताकत है. मुइज्जू ने सोमवार रात राजधानी माले में रैली में कहा कि ‘हम मालदीव में मौजूद सैन्य बलों को कानून के मुताबिक वापस भेजेंगे और निश्चित रूप से हम उसके अनुसार ऐसा करेंगे.’

मालदीव के राष्ट्रपति चुने गए मोहम्मद मोइज्जू ने कहा कि ‘जो लोग लाए… वे सैन्य बल को वापस नहीं भेजना चाहते, लेकिन मालदीव के लोगों ने फैसला किया.’ निवर्तमान राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने पारंपरिक संरक्षक भारत के साथ देश के घनिष्ठ संबंधों को फिर से कायम किया था. जबकि उनके पूर्ववर्ती अब्दुल्ला यामीन ने बुनियादी ढांचे की परियोजनाओं के लिए चीन से भारी कर्ज लेकर मालदीव को बीजिंग का करीबी बना दिया था. मोइज्जू को यामीन का प्रतिनिधि माना जाता है, जिनको भ्रष्टाचार के लिए आपराधिक सजा मिलने के कारण पिछले महीने के चुनाव लड़ने से रोक दिया गया था.

अपनी जीत के कुछ ही घंटों के भीतर ही मोइज्जू ने यामीन की रिहाई सुनिश्चित कर ली, जो कड़ी सुरक्षा वाली माफुशी जेल में 11 साल की जेल की सजा काट रहा था, और उसे माले में नजरबंद कर दिया गया. मुइज्जू मौजूदा वक्त में माले के मेयर भी हैं. उन्होंने चीन समर्थक नेता बताए जाने की मीडिया खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि वह ‘मालदीव समर्थक’ हैं. मोइज्जू ने कहा कि ‘मेरी सबसे पहली प्राथमिकता मालदीव और उसके हालात होंगे. हम मालदीव समर्थक बनना चुनेंगे. कोई भी देश जो हमारी मालदीव समर्थक नीति का सम्मान करता है और उसका पालन करता है, उसे मालदीव का करीबी दोस्त माना जाता है.’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मुइज्जू को बधाई देने वाले पहले नेताओं में से थे. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया कि नई दिल्ली ‘लंबे समय से खरे उतरे भारत-मालदीव के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है.’ वहीं चीन ने सोमवार को मुइज्जू को बधाई देते हुए कहा कि वह मालदीव के लोगों की पसंद का सम्मान करता है. बीजिंग के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि चीन पारंपरिक मित्रता को मजबूत करने, पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग को गहरा करने और निरंतर नई प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए मालदीव के साथ काम करने को इच्छुक है.

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