33 साल (33 years) बाद घर लौटा लापता शख्स

अलवर. राजस्थान के अलवर जिले के बानसूर इलाके में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां एक शख्स बरसों पहले बिना बताए घर से लापता हो गया था. परिजनों ने उसे खूब तलाशा लेकिन उसका कोई पता नहीं चल पाया. सवा तीन दशक तक जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों ने उसका कोर्ट के माध्यम से मृत्यु प्रमाण-पत्र बनवा लिया. लेकिन 33 साल(33 years) बाद यह शख्स मंगलवार को अपने घर लौट आया. परिवार के मुखिया को देखकर परिजनों में उत्साह का माहौल हो गया. पत्नी अपने सिंदूर को देखकर भावुक हो गई.
जानकारी के अनुसार हनुमान प्रसाद सैनी बानसूर के रहने वाले हैं. वे बीते 33 साल से अपने परिवार से दूर थे. वे 30 मई को अचानक अपने घर लौटे तो उनको देखकर परिवार वाले हक्के-बक्के रह गए. उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. हनुमान प्रसाद के वापस लौटने की बात मोहल्ले में फैली तो लोग भी हैरान रह गए. उसके बाद यह बात हनुमान प्रसाद के रिश्तेदारों में फैली तो उनसे मिलने वालों का तांता लग गया.
कोर्ट के जरिए बनवा लिया था मृत्यु प्रमाण-पत्र
हनुमान प्रसाद सैनी के बेटे रामचंद्र ने बताया कि उनका पिताजी से बीते 33 बरसों से कोई संपर्क नहीं हुआ. इससे हमारी आस टूट गई थी. परिजनों ने बताया कि इसलिए हमने हनुमान प्रसाद सैनी को मृत समझ लिया था. इस पर बाद में 2022 में कोर्ट के जरिए उनका मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करवा लिया. लेकिन आज अचानक उनको सामने देखकर खुशी का ठिकाना नहीं है. करीब सवा तीन दशक के बाद पति को जिंदा देखकर उनकी पत्नी की आंखों में आंसू आ गए.
हनुमान प्रसाद बोले भक्ति भाव में लीन हो गया था
हनुमान प्रसाद सैनी ने बताया कि वह हिमाचल चला गया था. वहां कांगड़ा माता मंदिर में पूजा अर्चना कर रहा था. वहां भक्तिभाव में इतना लीन हो गया कि उसे अपने परिवार की जरा भी याद नहीं आई. अब जब याद आई तो लौट आया. बहरहाल हनुमान प्रसाद का 33 साल बाद वापस घर लौटना चर्चा का विषय बना हुआ है. हनुमान प्रसाद एकदम स्वस्थ हैं. वे बेफिक्री से रिश्तदारों से मिल रहे हैं और उन्हें अपने अनुभव सुना रहे हैं. हनुमान प्रसाद सैनी के घर वापस लौटने पर समाज में भी खुशी की लहर है.
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