भाई-बहन की हत्या का मुख्य आरोपी ने दिल्ली से खरीदी थी कार( bought the car)
जोधपुर. जोधपुर में मौसेरे भाई-भाई बहन की हत्या के मामले में चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हत्या को एक्सीडेंट का रूप दिया गया था. केसर गांव निवासी कविता पटेल और उसके मौसेरे भाई रमेश पटेल की हत्या के मामले में पुलिस हालांकि अभी तक मुख्य आरोपी शंकर पटेल को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. कविता पटेल की हाल ही में पटवारी के पद पर नियुक्ति हुई थी और रविवार को अपने मौसेरे भाई रमेश पटेल के साथ मोटरसाइकिल पर बैठकर जॉइनिंग के लिए लूणी तहसील जा रही थी. रास्ते में एक एसयूवी कार ने जोरदार टक्कर मारी. बाद में एसयूवी गाड़ी मोटरसाइकिल को करीब 200 से 300 फीट तक घसीटते हुए ले गई. दोनों भाई बहन की मौके पर ही मौत हो गई थी. जोधपुर पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया कि युवक रमेश पटेल के मर्डर की प्लानिंग एक महीने पहले ही बना ली गई थी. इसके लिए आरोपी ने सेकेंड हैंड कार भी दिल्ली से खरीदी थी( bought the car). मृतकों के घर की रेकी भी की गई थी.
पुलिस का यह भी कहना है कि बदमाशों के टारगेट पर रमेश ही था, लेकिन कविता की जान बेवजह चली गई. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. DCP पश्चिम गौरव यादव ने बताया कि शंकर पटेल की रमेश पटेल से दुश्मनी थी. एक माह पहले 1 महीने पहले ही उसने राकेश माली, राकेश सुथार और सोहन पटेल के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी. घटना को अंजाम देने से पहले सोमवार को भी रमेश के घर की रैकी की गई.
हालांकि हत्याकांड के स्पष्ट कारणों का खुलासा तो पुलिस मुख्य आरोपी के पकड़े जाने के बाद ही कह रही है. इधर, घटना से आक्रोशित समाज के लोग बड़ी संख्या में मोर्चरी पहुंचे जहां उन्होंने धरना दिया और अपनी मांगे रखीं. पीड़ित परिवार को 50 50 लाख रुपये का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग रखी गई. मांग के समर्थन में बड़ी संख्या में लूणी क्षेत्र से और आसपास के इलाकों से ग्रामीण भी पहुंचे. जोगाराम पटेल पूर्व संसदीय सचिव धरने की अगवानी की तो वहीं केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और जालौर सिरोही सांसद देवजी पटेल भी धरना स्थल पर पहुंचे और लोगों को समझाया और उचित कार्रवाई करवाने का आश्वासन भी दिया