भटक रही है प्यारी गऊएं मेरे भारत देश महान की

Uttar Pradesh:मंगलवार को शहीद मेला मंच पर महाकवि देव दिवस के उपलक्ष्य में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। संयोजक ब्रज विलास दीक्षित के संयोजकत्व में आए आधा दर्जन से अधिक कवियों ने एक से बढ़कर एक काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्द कर दिया। कन्नौज से पधारे कवि विवेकानंद ने जब राम नहीं खुश होंगे भैया वाणी है, घनश्याम की। भटक रही है प्यारी गऊएं भारत देश महान की। चुनावी मौसम में नेता घंटा बजाने जाता है|
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वरस मेले
काव्य पाठ कर जमकर कटाक्ष किया। कार्यक्रम का शुभारंभ संयोजक ब्रजविलास दीक्षित ने वाणी वंदना से किया। उन्होंने उसके बाद जिनको सीमा के वीरों से दिल से प्यार नहीं होगा उन्हें तिरंगा लहराने का कोई अधिकार नहीं होगा गाकर देशभक्ति की भावना जगाने का काम किया। कवी बदन सिंह मस्ताना ने एकता में ना कोई अडंगा रहे। धर्म भाषा को लेकर न दंगा रहे। हम रहे न रहे भले इस धरा पर, मेरे भारत का ऊंचा तिरंगा रहे का पाठ किया। विनोद माहेश्वरी ने सत्ताधीशों पर कटाक्ष करते हुए कहा सत्ताधीशों ने शिक्षा को तोड़ा मरोड़ा इतिहास को भूगोल बना दिया, सत्ताधीशों ने वोटो के लिए शिक्षालय को भोजनालय बना दिया। जयदेव जय ने प्राण न्योछावर कर देंगे कश्मीर के लिए का काव्य पाठ किया। कवि सियालाल शर्मा ने बनते हुए बवंडर को कोई रोक नहीं सकता, हिंदुस्तानी झंडे को कोई झुका नहीं सकता काव्य पाठ किया। कवियत्री देवांशी माहेश्वरी ने हम हे नारी शक्ति पूछती फिर भी तुमसे आज यह, चारों ओर आग फैली है बचकर कहो किधर जाए। कभी संदेश चौहान ने लोग यहां के सुनो रक्तपात कर देते हैं, शंकर जी के मंदिर में जलप्रपात कर देते हैं का पाठ किया। कवियों ने शाम तक काव्य पाठ कर श्रोताओं में देशप्रेम की भावना जागृत की। कार्यक्रम में चौधरी इन्द्रपाल सिंह यादव, रविकांत तिवारी, राहुल दीक्षित,राज त्रिपाठी, शिवनारायण दीक्षित, श्रीमती रेखा सिंह,सी पी सिंह, राजेश यादव तथा स्वागत कार्यक्रम डाक्टर राम मनोहर लोहिया के वच्चों द्वारा किया गया|